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बागपत
शिवानी का कत्ल अचानक नहीं किया गया। उसके प्रेमी का दावा है कि दो माह के अंदर तीन बार पहले हत्या का प्रयास किया जा चुका था। डायल-112 तथा स्थानीय पुलिस चौकी पर शिकायत भी की गई, लेकिन पुलिस ने सुनवाई नहीं की। यदि पुलिस आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई कर देती तो शायद शिवानी की जान न जाती।
यह है पूरा मामला
लुहारी गांव के अंकित ने बताया कि वह मोटर कंपनी में नौकरी करता है। उसका पड़ोस की युवती शिवानी से पिछले छह साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह दोनों शादी करना चाहते थे। इससे शिवानी के स्वजन सहमत नहीं थे।
आरोप है कि शिवानी के साथ उसके स्वजन आए दिन मारपीट करते थे। दो माह के अंदर तीन बार शिवानी पर जानलेवा हमला किया जा चुका था। शिवानी ने डायल-112 तथा स्थानीय पुलिस चौकी पर शिकायत भी की थी, लेकिन पुलिस ने सुनाई नहीं की।
मंगलवार रात शिवानी की हत्या कर शव को जलाकर यमुना में बहा दिया गया। बुधवार सुबह गली में शिवानी की हत्या की चर्चा हुई तो पुलिस को फोन करके उसने सूचना दी गई। आरोप है कि पुलिस उसे अपने साथ लेकर गई और सूचना और तहरीर देने पर उसे धमकाया गया।
शिवानी का लिखा पत्र पुलिस को सौंपा
अंकित का कहना है कि शिवानी ने हत्या से पहले डायरी में एक पत्र लिखा था, जिसमें शिवानी ने अपनी हत्या की आशंका जताई थी। उसकी मांग है कि पुलिस पत्र की जांच कराए। पुलिस ने भरोसा दिया कि पत्र की हैंडराइटिंग की जांच कराई जाएगी।
पिता ने दबाया गला, भाई ने पकड़े हाथ
बड़ौत कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार चहल का कहना है कि प्राथमिक जांच में सामने आया कि शिवानी का रात को उसके पिता संजीव ने गला दबाया तथा भाई रवि ने हाथ पकड़े थे। उसकी मां भी घटना में शामिल रही है। आरोपित अपनी पिकअप गाड़ी में शिवानी के शव को यमुना किनारे लेकर गए जहां पर शव को पेट्रोल से जलाया गया, फिर राख को यमुना में बहाया गया।
शिवानी की हत्या के मामले में उसके पिता संजीव, मां बबीता, भाई रवि व बुआ की बेटी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपित संजीव व बबीता को गिरफ्तार कर लिया गया है। शिवानी की हत्या से संबंध साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।