तीनों एक होटल में गए, जहां नीतू नाम की लड़की को सभी ने उसे दिखाया। इस पर कोर्ट मैरिज की बात हुई तो तीनों ने कहा कि कोर्ट आज बंद है, शादी यहीं हो जाएगी। इससे पहले साधना ने शादी के नाम पर उससे 90 हजार रुपये लिए, जिसमें 60 हजार आनलाइन और 30 हजार नकद दिया।
उसके बाद सभी ने लड़की के कपड़े के लिए 10 हजार रुपये और ले लिया। कुछ देर बाद बंद कमरे में सभी ने मिलकर लड़की की मांग सिंदूर भरवाया और गले में मंगलसूत्र पहनवा कर बोला कि तुम्हारी शादी हो गई और लड़की को नहीं छोड़ना।
13 जून की शाम साधना ने हम दोनों का रोडवेज बस के दिल्ली का टिकट भी लिया। साधना ने सभी को रोडवेज पर लाकर छोड़ दिया। इस दौरान नीतू ने शौच के बहाने अपना मंगलसूत्र उतार कर सूरज बेरवा को दे दिया।
बोली कि जिसे रुपये दिए हैं, उसी को लेकर जाइए मैं नहीं जाऊंगी। इस दौरान युवती के हाथ में आधार कार्ड था, जिसकी सूरज ने फोटो खींच ली। उसके बाद से नीतू वहां से फरार हो गई।
आधार कार्ड की मदद से पीड़ित रौनापार थाने पहुंच कर ठगी होने की सूचना दी। रौनापार थानाध्यक्ष अनुपम जायसवाल ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मामले की जांच की जा रही है।