इसमें 3325 ऐसे केस हैं, जो संज्ञेय अपराध से संबंधित है, जबकि 2170 मामले असंज्ञेय अपराध के हैं। इसी प्रकार 155 कांडों में जख्म प्रतिवेदन और अन्य परीक्षण रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुआ है।
इसके अलावा 99 केसों एफएसएल और अन्य विशेषज्ञों की रिपोर्ट अप्राप्त है और 26 मामल अभियोजन स्वीकृति के अभाव में लंबित हैं। जबकि 345 कांडों में अपराधी, अज्ञात वाहन का पता नहीं लगा है।
वरीय अधिकारियों के स्तर से निर्णय लेने के 267 और 1407 मामले अन्य कारणों से लंबित हैं। इन कांडों के निष्पादन को लेकर लगातार समीक्षा करने और अनुसंधानकर्ता को निर्देशित करने की बात कही गई है।