2.6kViews
1465
Shares
पटना
सरकारी स्कूलों के पास उपलब्ध जमीन का रिकार्ड अब शिक्षा विभाग रखेगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर जिला शिक्षा कार्यालय ने स्कूलों की जमीन की मापी कराने का निर्णय लिया है।
जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार जिले में प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक कुल 34 सौ स्कूल हैं। इन स्कूलों के पास कितना जमीन है यह रिकार्ड विभाग के पास नहीं है।
रिकॉर्ड नहीं रहने से बहुत स्कूल ऐेसे है जो स्थानीय नागरिकों द्वारा अतिक्रमित कर लिए गए हैं। सुदूर क्षेत्र के बात तो दूर पटना शहर में कई स्कूल हैं, जिनके मैदान पर स्थानीय लोगों का कब्जा है।
जिले में कुल 34 सौ स्कूलों की मापी कराने में समय लगेगा। प्रत्येक स्कूल का अब जिला शिक्षा कार्यालय में भू-राजस्व रिकॉर्ड रखा जाएगा। जिसमें जमीन से संबंधित ब्योरा दर्ज रहेगा।
इसके लिए जिले में भू-राजस्व अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। ये अधिकारी जमीन का लेखा-जोखा रखेंगे। इसके लिए एक अलग संभाग कार्य करेगा। संभाग में प्रखंड से लेकर जिलावार रिकॉर्ड रखा जाएगा।
अब तक किसी भी स्कूल की जमीन का नहीं है रिकॉर्ड
जिले में किस स्कूल के पास कितना जमीन है यह रिकार्ड अभी किसी के पास नहीं हैं। कभी स्कूल द्वारा इसकी जानकारी भी नहीं दी गई। बहुत सारे स्कूल दानदाता की जमीन पर संचालित हो रहे हैं।
अब इनकी संतान जमीन पर दावा कर देती हैं। दानदाता ने कितनी जमीन दान की है मापी के बाद क्लीयर हो जाएगा। संबंधित विभाग से विद्यालय की जमीन का नक्शा निकाला जाएगा।
जहां विद्यालय की भूमि अतिक्रमित होगी उसको पुलिस प्रशासन के सहयोग से खाली कराया जाएगा और पूरी जमीन को कब्जे में लेकर ऊंची दीवार से घेराबंदी की जाएगी। खाली जमीन पर स्कूल के विकास और कमरे का निर्माण किया जाएगा।
जमीन मापी के लिए अंचल अधिकारी से लिया जाएगा सहयोग
जिला शिक्षा कार्यालय के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि स्कूलों की जमीन की मापी के लिए स्थानीय अंचल अधिकारी का सहयोग लिया जाएगा और उनको पत्र लिख कर जमीन मापी के लिए अमीन की व्यवस्था की जाएगी। स्कूल के जमीन का नक्शा भी निकाला जाएगा। जितना जमीन स्कूल में पड़ेगा उसको अधिग्रहण किया जाएगा।
एक परिसर में चल रहे दो स्कूल को किया जाएगा अलग
बहुत जगह एक परिसर में दो या तीन स्कूल संचालित हो रहे हैं। जगह की कमी के कारण बहुत सारे स्कूल का संविलियन किया गया है। अगर जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया जाता है तो जिन स्कूल के पास भवन नहीं है वहां नए परिसर का निर्माण किया जाएगा।