जिले में किस स्कूल के पास कितना जमीन है यह रिकार्ड अभी किसी के पास नहीं हैं। कभी स्कूल द्वारा इसकी जानकारी भी नहीं दी गई। बहुत सारे स्कूल दानदाता की जमीन पर संचालित हो रहे हैं।
अब इनकी संतान जमीन पर दावा कर देती हैं। दानदाता ने कितनी जमीन दान की है मापी के बाद क्लीयर हो जाएगा। संबंधित विभाग से विद्यालय की जमीन का नक्शा निकाला जाएगा।
जहां विद्यालय की भूमि अतिक्रमित होगी उसको पुलिस प्रशासन के सहयोग से खाली कराया जाएगा और पूरी जमीन को कब्जे में लेकर ऊंची दीवार से घेराबंदी की जाएगी। खाली जमीन पर स्कूल के विकास और कमरे का निर्माण किया जाएगा।

जमीन मापी के लिए अंचल अधिकारी से लिया जाएगा सहयोग

जिला शिक्षा कार्यालय के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि स्कूलों की जमीन की मापी के लिए स्थानीय अंचल अधिकारी का सहयोग लिया जाएगा और उनको पत्र लिख कर जमीन मापी के लिए अमीन की व्यवस्था की जाएगी। स्कूल के जमीन का नक्शा भी निकाला जाएगा। जितना जमीन स्कूल में पड़ेगा उसको अधिग्रहण किया जाएगा।

एक परिसर में चल रहे दो स्कूल को किया जाएगा अलग

बहुत जगह एक परिसर में दो या तीन स्कूल संचालित हो रहे हैं। जगह की कमी के कारण बहुत सारे स्कूल का संविलियन किया गया है। अगर जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया जाता है तो जिन स्कूल के पास भवन नहीं है वहां नए परिसर का निर्माण किया जाएगा।