खनन विभाग ने इसके पहले जिले के संबंधित सभी विभागों से जिसके यहां बालू की खपत ज्यादा है, बालू की रिपोर्ट ले चुका है। उसके अनुसार सभी के लिए बालू की भी व्यवस्था कर दी गई है।
वहीं जिले के साथ-साथ राज्य के अन्य जिलों और उत्तर प्रदेश में बालू की भारी डिमांड को देखते हुए इस बार बालू का स्टॉक ज्यादा जमा किया गया है।

बालू स्टाक की ड्रोन से हो रही मापी

जिले के सभी बालू स्टाक की ड्रोन से मापी हो रही है, ताकि यह पता किया जा सके की कितने एरिया में और कितनी मात्रा में बालू का स्टाक किया गया है। पिछले वर्ष जिले में 90 लाख एमटी से ज्यादा बालू का स्टॉक किया गया था। इस बार लगभग 1.20 लाख एमटी बालू स्टाक की गई है।

चार बालू घाटों पर 21 लाख हुआ जुर्माना

जिले के चार बालू घाटों पर 21 लाख रुपये का जुर्माना खनन विभाग के द्वारा किया गया है। इन सभी बालू घाट के ठेकेदारों पर आरोप है कि वे अपने निर्धारित एरिया से बाहर जाकर बालू का खनन अवैध ढंग से करा रहे थे। जिन बालू घाटों पर जुर्माना किया गया है उनमें बालू घाट संख्या तीन, बालू घाट संख्या 11, 12 और 39 शामिल हैं।