आरोप लगाया कि अपने लोगों को नियुक्त करने के लिए उन्हें निकाला गया है। बृजेश पांडेय, कंचन यादव, डा. श्वेता सिंह आदि शिक्षकों ने आरोप लगाया कि छात्राओं से एजेंसी को भुगतान करने के लिए साफ्टवेयर चार्ज 300 रुपये लिया गया और बीए की परीक्षा शुल्क शासन द्वारा जो 800 रुपये निर्धारित है उसकी जगह 2880 रुपये लिया जाता है।
बीए की कुल शुल्क लगभग 8000 के करीब लिया जा रहा है। अभिभावकों द्वारा किस्तों में शुल्क जमा करने के अनुरोध को प्रबंधक व प्राचार्य द्वारा ठुकरा दिया गया है। यह भी आरोप लगाया कि उन्हें तीन माह से वेतन नहीं मिला है।