आरोपितों को फांसी मिलना चाहिए: राजा के भाई
सोनम ने वापस आने का टिकट नहीं करवाया था
राजा की मां ने बताया कि शिलांग जाने का टिकट सोनम ने करवाया था। राजा ने बताया था कि सोनम ने टिकट करवा लिया है, अब क्या करूं। इस पर मैंने कहा था कि टिकट करवा लिया है तो चले जाओ। छह-सात दिन में वापस आने की बात कहीं थी, लेकिन सोनम ने वापस आने का टिकट नहीं करवाया था।
दोनों की रजामंदी से हुई थी शादी
दोनों से पूछा कि पसंद है या नहीं। हम सोनम के घर जब उसे देखने के लिए गए थे तो मैंने पूछा था कि तुम्हें राजा पसंद है या नहीं, इस पर उसने गर्दन नीचे कर ली थी। बाद में परिवार के सदस्यों का फोन आया था कि राजा पसंद है। दुखों का पहाड़ दे गई सोनम मां ने बताया कि राजा की पल-पल पर याद आ रही है। मैंने क्यों उसे जाने से रोका नहीं। हमारे ऊपर दुखों का पहाड़ सोनम दे गई है। उसने कितना बड़ा कदम उठाया।
हमने समाज में रिश्ता किया था। यदि हम समाज में ही रिश्ते नहीं जोड़ेंगे तो कहा जाएंगे। सोनम इतनी मीठी बातें करती थी कि कभी शक ही नहीं हुआ। चेन के कारण हुआ था अनहोनी का एहसास उन्होंने बताया कि राजा को ससुराल से सोने की चेन मिली थी। वह थोड़ी मोटी थी। इसलिए डर लग रहा था कि चेन पहनकर क्यों जा रहा है। उसे चेन उतारकर बैग में रखने के लिए कहा था। इस पर उसने कहा था कि इसे नहीं पहनूंगा।
सोनम ने इसे पहनने के लिए कहा था। कामाख्या देवी के नाम का दीपक लगाओ उन्होंने बताया कि हम प्रार्थना कर रहे थे सोनम जीवित मिले, ताकि राजा के बारे में जानकारी मिल सके। सोनम के परिवार ने हमसे राजा की मौत के बाद कोई बातचीत नहीं की। मैंने एक दिन उसकी मां को फोन लगाया था और कहा था कि आपकी बेटी जल्दी मिल जाएगी। आप कामाख्या देवी का तेल का दीपक लगा दो।
सोनम नहीं करती थी राजा से फोन पर बात सोनम राजा से फोन पर भी ज्यादा बात नहीं करती थी। इस बारे में मुझे बताया था। वह कह रहा था कि सोनम रुचि नहीं ले रही है, इसलिए मैं शादी नहीं करूंगा। इस पर मैंने सोनम से बात की और पूछा कि फोन पर बात करने में क्या परेशानी है। तब उसने कहा कि आफिस के काम में व्यस्त थी। इसके बाद दोनों की बात होने लगी थी।