घर पर बात करने के लिए उसने साहिल का फोन मांगा और भाई गोविंद रघुवंशी से बात की। इसके बाद साहिल ने उसे पानी और चाय दी।

ढाबे को मालिक को सुनाई कहानी

कुछ देर बाद साहिल के मोबाइल पर गोविंद का फोन आया और उसने बहन से बात की। इसके बाद वह देर तक रोती रही। उसने बताया कि मई में शादी हुई थी और वह पति के साथ मेघालय घूमने गई थी। वहां कुछ बदमाश जेवर लूटने लगे।

पति ने रोका तो उन्हें जान से मार दिया। यह देखकर वह बेहोश हो गई। इसके बाद उसे नहीं पता कि वह यहां कैसे पहुंची।

वन स्टाप सेंटर में महिला पुलिस की निगरानी में

करीब दो घंटे तक ढाबे पर रही और इसके बाद पुलिस आ गई। इसके बाद सोनम को वन स्टाप सेंटर में महिला पुलिस की निगरानी में रखा गया था। नाश्ता करने के बाद उसने कुछ देर आराम किया।

अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि सोनम खुद गाजीपुर के ढाबे पर पहुंची या कोई उसे छोड़ गया है। घटनास्थल मेघालय होने के कारण स्थानीय पुलिस कुछ भी बताने से इन्कार कर रही है।