यह युवक अकेले ही शव को चिता पर रखकर अंतिम संस्कार कर देता है। इस पूरी प्रक्रिया का वीडियो बनाया गया, जो वायरल हो गया। इसके बाद पुलिस व मेडिकल कॉलेज प्रशासन के भी होश उड़ गए और दो तरफा जांच शुरू कर दी गई।
शव का अन्तिम संस्कार कराने की जिम्मेदारी पुलिस की होती है, लेकिन वीडियो में कोई सिपाही नजर नहीं आया, इसकी भी जांच की जा रही है।
यह है नियम

नियम है कि लावारिस शव की शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस शव के साथ एक सिपाही को भेजती है और वह उसका विधि विधान से अंतिम संस्कार कराता है, लेकिन शव के साथ कोई सिपाही नहीं गया।
इतना ही नहीं मेडिकल कॉलेज में मृत्यु के बाद भी शव कई दिनों तक यहां पर पड़ा रहा। 3 दिन पहले ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मेमो भेजकर पुलिस को सूचना दी थी। शव मोर्चरी में लोहे के बॉक्स में रखा रहा, जिससे वह बुरी तरह से सड़ गया।
मेडिकल कॉलेज में कई दिन से पड़ा था लावारिस शव 

बताया गया है कि 35 वर्षीय बीमार युवक को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में 13 मई को भर्ती कराया गया था। उसका कोई परिजन नहीं आया। उपचार के दौरान युवक की मौत हो गयी थी।
मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने उसकी मृत्यु की सूचना मेडिकल चौकी पुलिस को 28 मई को दी। कई दिन तक मेडिकल कॉलेज में शव के पड़े रहने को लेकर मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सचिन माहुर ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी।