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नई दिल्ली
मच्छरजनित बीमारियों से नागरिकों से बचाव के लिए एमसीडी ने इस वर्ष जागरूकता कार्यक्रमों पर विशेष जोर देना शुरू कर दिया है। इसके लिए एमसीडी के अधिकारी और कर्मचारी शनिवार और रविवार को विशेष तौर पर रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, मार्केट एसोसिएशन के साथ बैठक कर जागरुक कर रहे हैं।
अभी तक निगम सात हजार से अधिक बैठकें कर चुका है। अभी जुलाई और अगस्त से यह बैठकें और बढ़ेगी। साथ ही वर्ष के अंत 10 हजार और बैठकें करने की एमसीडी की योजना है। एमसीडी का उद्देश्य है मच्छररोधी अभियान के साथ नागरिकों को जागरूक किया जाए। अब तक दिल्ली में डेंगू के 175 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। चूंकि अगस्त से मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू होती है इसलिए निगम पूर्व में ही लोगों को जागरुक कर सतर्क करना चाहता है।
विभिन्न स्थानों पर लगाए जा चुके हैं 5055 बैनर
एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम तक हम 7439 बैठकें आरडब्ल्यूए और मार्केट एसोसिएशन के साथ कर चुके हैं। वहीं दो लाख के करीब पोस्टर व स्टीकर विभिन्न इमारतों और सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता वाले चस्पा किए जा चुके हैं। जबकि 5055 बैनर भी विभिन्न स्थानों पर लगाए जा चुके हैं।
502 कार्यक्रम मलेरिया और डेंगू दिवस को लेकर आयोजित हो चुके हैं। 2400 रैलियां भी रिहायशी इलाकों और मार्केट में आयोजित हो चुकी हैं। अधिकारी ने बताया कि आरडब्ल्यूए और मार्केट एसोसिएशन को हम डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया से बचने के उपाय तो बताते हैं।
25814 लोगों को भेजे गए कानूनी नोटिस
साथ ही यह भी बताते हैं कि अगर, मच्छर ही नहीं होंगे तो यह बीमारी नहीं होगी। मच्छरों की उत्पत्ति रोकने का सबसे बड़ा उपाय साफ-सफाई रखने के साथ पानी जमा न होने देना है। उन्होंने कहा कि अब देखने में आता है कि लोगों के घर में साफ-सफाई रहती है, लेकिन लोगों को सजावटी पौधों का शौक बढ़ गया है।
ज्यादातर हमारे यहां जांच में सामने आ रहा है कि लोगों के घर तो साफ सुथरे हैं लेकिन सजावटी पौधे जैसे मनी प्लांट और दूसरे पौधों में पानी न बदलने के चलते उसमें मच्छर पैदा होते हैं। ऐसे में लोगों को इन पौधों की देखभाल के लिए इनके पानी को चार दिन में बदलने की जरुरत है।
वहीं हम लोगों से अपने आस-पास भी सफाई रखने की अपील कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि हम चालान की कार्रवाई भी कर रहे हैं। अभी तक मच्छरों की उत्पत्ति पाए जाने पर 25814 लोगों को कानूनी नोटिस भेजे जा चुके हैं और 3836 के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। 1100 चालान किए जा चुके हैं।