2.1kViews
1247
Shares
गोरखपुर
चिड़ियाघर में चार वन्यजीवों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद भेजे गए नमूने की जांच रिपोर्ट शुक्रवार को भी नहीं आई। जबकि, नियम कहता है कि तीन बार लगातार रिपोर्ट निगेटिव आए तो ही चिड़ियाघर को खोला जा सकता है।
आशंका जताई जा रही है कि पहली रिपोर्ट आने के बाद भी तीन जून को दर्शकों के लिए चिड़ियाघर को नहीं खोला जा सकता है। इसे एक सप्ताह के लिए और बंद करना पड़ेगा। इधर, पहली 1000 रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद पशु विभाग की टीम एक बार फिर पोल्ट्री फार्म से पक्षियों का नमूना संग्रहित कर रही है। इकट्ठा होने के बाद उसे आइवीआरआइ बरेली भेजा जाएगा।
शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में बाघिन शक्ति की मौत के बाद उसका विसरा जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च पशु रोग संस्थान, भोपाल भेजा गया था। 12 मई को आई रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। इसके बाद से सतर्कता चिड़ियाघर को बंद कर दिया गया।
वहीं, पशुपालन विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम ने जिले के 20 ब्लाकों में संचालित पोल्ट्री फार्म पर जाकर नमूना संग्रहित की और एक हजार नमूना जांच के लिए आइवीआरआइ बरेली भेजा। एक सप्ताह बाद रिपोर्ट निगेटिव आई।
सीवीओ डा. धर्मेंद्र पांडेय ने बताया कि गोरखपुर के 20 ब्लाक में स्थित 248 पोल्ट्री फार्म से दोबारा नमूना संग्रहित किया जा रहा है। वहीं मंडल के जिले महराजगंज, देवरिया और कुशीनगर में भी पक्षियों का नमूना लिया जा रहा है। सभी को इकट्ठा करके एक साथ जांच के लिए बरेली भेजा जाएगा।
चिड़ियाघर के निदेशक विकास यादव ने बताया कि संक्रमित बाघिन मैलानी, तेंदुए के दो शाव और हिमालयन गिद्ध समेत 35 वन्यजीवों व पक्षियों के बीट का नमूना लेकर जांच के लिए भोपाल भेजा गया है। एक सप्ताह से अधिक समय हो गया, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं आई। रिपोर्ट के अनुसार दोबारा नमूना लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा।