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छपरा
सारण जिले के 20 प्रखंडों में स्थित 81 निजी विद्यालयों की मान्यता खतरे में आ गई है। शिक्षा विभाग इन निजी विद्यालयों की प्रस्वीकृति रद कर यू-डायस कोड बंद करने की कार्रवाई आरंभ करने जा रहा है। यहां निजी स्कूलों की ओर से यू डायस पोर्टल पर डाटा अपलोड करने को लेकर कोताही बरती जा रही है।
इन स्कूलों को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा अभियान) प्रियंका रानी ने विद्यालयों को अविलंब स्टूडेंट प्रोफाइल में बच्चों का ब्यौरा दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। निर्धारित समय में बच्चों का डाटा डायस पर अपलोड नहीं होने पर कार्रवाई की बात कही गई है।
शैक्षणिक सत्र-2024-25 के लिए यू डायस पर बच्चों का डाटा अपलोड करने का काम किया जा रहा है। बार-बार निर्देश देने बाद भी पोर्टल पर स्कूल में नामांकित बच्चों का प्रोफाइल अपलोड नहीं किया गया है। यू डायस पर हर साल स्कूलों को पूरा ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड करना जरूरी होता है। यू डायस के माध्यम से पता चलता है कि स्कूलों में क्या कमी है। इसके अनुसार ही शिक्षा बजट तैयार किया जाता है।
स्टूडेंट प्रोफाइल में बच्चों का ब्यौरा अपलोड करना जरूरी है। डाटा अपलोड नहीं होने की स्थिति में बच्चे सरकारी योजनाओं के लाभ पाने से वंचित हो सकते हैं। यू डायस में स्कूल की स्थिति, मूलभूत सुविधाएं, शिक्षक प्रोफाइल व स्टूडेंट प्रोफाइल में जानकारी देनी होती है। यू-डायस के माध्यम से ही निजी स्कूलों का निबंधन भी किया जाता है।
विभागीय अधिकारी ने कहा कि एचएम तय समय में बच्चों का ब्योरा यू डायस पर अपलोड करें। इस संबंध में प्रधानाध्यापक को भेजे नोटिस में कहा गया है कि बार-बार पत्र देने के बाद भी आपके द्वारा अपने बच्चों का डाटा पोर्टल पर अपलोड नहीं किया जा रहा है। बच्चों के आंकड़ों की प्रविष्टि यू डायस 2024-25 के पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका हैं।
उन सभी बच्चों का छात्र प्रोफाइल, (जीपी ईपी एफपी) नहीं होने पर बच्चों का पूर्ण आंकड़ा भारत सरकार के पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं हो सकेगा। छात्र प्रोफ़ाइल (जीपी ईपी एफपी) पूर्ण करते हुए प्रमाण-पत्र प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा गया है।
क्या है ई-शिक्षाकोष पोर्टल?
ई-शिक्षाकोष पोर्टल छात्रों को शैक्षणिक योजनाओं का लाभ प्राप्त करने और शिक्षकों से जुड़ी तमाम जानकारी प्राप्त करने में सहायता करेगा। इसके अलावा शिक्षक एवं विधार्थियों का डाटा ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे।इस पोर्टल में शिक्षक एवं छात्र की ऑनलाइन निगरानी करने की सुविधा मिलती है।