2.3kViews
1691
Shares
दिल्ली
दिल्ली में इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलियरी साइंसेज (आइएलबीएस) में एक 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने अपने बेटे को किडनी दान कर दोबारा से जीवनदान दिया है।
वर्ष 2015 में, उनके बेटे को लीवर की जानलेवा बीमारी का पता चला था, इस दौरान उन्होंने लीवर का एक हिस्सा दान किया था। ये प्रत्यारोपण आइएलबीएस में ही किया गया था। 10 साल बाद अप्रत्याशित जटिलताओं के कारण बेटे की किडनी फेल हो गई थी और उन्हें नियमित डायलिसिस से गुजरना पड़ रहा था। ऐसे में मां ने फिर से बेटे को किडनी देने का फैसला लिया।
आइएलबीएस में डा. अभियुत्तन सिंह जादौन के नेतृत्व में रीनल ट्रांसप्लांट टीम ने जटिल लेप्रोस्कोपिक डोनर नेफरेक्टोमी की, जिसमें उनकी पिछली बड़ी सर्जरी के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
प्राप्तकर्ता के प्रत्यारोपण को डा. आरपी माथुर के नेतृत्व में नेफ्रोलाजिस्ट की एक कुशल टीम ने पूरा किया। प्रत्यारोपण सफल रहा और बेटे को 10 दिनों की के बाद छुट्टी दे दी गई है।