समरनाथ का कहना है कि जब तक पत्नी और वह युवक यहां नहीं आएंगे टावर से नहीं उतरूंगा।” नीचे खड़े स्वजन उसे समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ा है। तकरीबन छह घंटे बाद पत्नी लैपटाप लेकर पहुंची तब युवक टावर से नीचे उतरा।