जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बीती रात भारतीय सेना ने पाक को कड़ा सबक सिखाया है। आतंकियों का गड़ बन चुके पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में नौ आतंकी शिविरों पर सेना ने हमला किया।
Operation Sindoor के नाम से सेना द्वारा चलाए गए इस अभियान के बारे में प्रेस ब्रीफिंग दी जा रही है।
मुजफ्फराबाद में था लश्कर का ट्रेनिंग सेंटर, जिसे किया गया तबाहः सेना
लॉन्चपैड और ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गएः कर्नल सोफिया
कर्नल सोफिया ने कहा कि पाकिस्तान में तीन दशकों से आतंकवादियों का निर्माण हो रहा है। पाकिस्तान और पीओके में नौ टारगेट पहचाने गए थे और इन्हें हमने तबाह कर दिया। लॉन्चपैड और ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गए।
ये हमला जरूरी थाः सेना
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि ये हमला करना जरूरी था। रात 1:03 बजे और 1:30 बजे के बीच ऑपरेशन सिंदूर किया गया। पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए भारतीय पर्यटकों के परिजनों को न्याय देने के लिए यह ऑपरेशन हुआ।
Operation Sindoor कार्रवाई बेहद नपी-तुली और जिम्मेदारीपूर्ण तरीके से की गईः विदेश सचिव
विदेश सचिव ने कहा- हमने आतंकियों को रोकने के लिए अपने अधिकार का इस्तेमला किया। यह कार्रवाई बेहद नपी-तुली और जिम्मेदारीपूर्ण तरीके से की गई है। कार्रवाई सिर्फ आतंकवाद के ढांचे को खत्म करने और आतंकवादियों को अक्षम बनाने पर फोकस है।
Operation Sindoor आतंकियों को न्याय के कठघरे में लाना बेहद जरूरी थाः विदेश सचिव
विदेश सचिव ने बताया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले से देश में आक्रोश है। भारत सरकार ने पाकिस्तान के संबंधों को लेकर कुछ कड़े कदम उठाए हैं। पहलगाम आतंकी हमले के अपराधियों को और साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाना बेहद जरूरी था। पाकिस्तान पल्ला झाड़ने और आरोप लगाने में ही व्यस्त रहा है। पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों के बारे में हमें सूचना मिली कि आतंकी और हमले कर सकते हैं, ऐसे में इन्हें रोकना जरूरी था।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया जैश और हिजबुल के ठिकानों को कैसे तबाह किया गया
विदेश सचिव के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 6 और 7 मई की रात को कैसे भारतीय सेना ने जैश और हिजबुल के ठिकानों को तबाह किया।
जम्मू-कश्मीर को पिछड़ा बनाए रखने के लिए हुआ पहलगाम हमलाः मिस्री
विदेश सचिव मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, पहलगाम आतंकी हमला बेहद कायरतापूर्ण था। हमले में परिवार के सामने लोगों की हत्या की गई है। इतना ही नहीं, आतंकियों ने लोगों से कहा कि इस हमले की जानकारी अपनी सरकार को दें। यह आतंकी हमला जम्मू-कश्मीर की अच्छी स्थिति और शांति को प्रभावित करने के लिए किया गया था। जम्मू-कश्मीर में पिछले साल सवा दो करोड़ से टूरिस्ट कश्मीर आए थे। पाकिस्तान की ओर किए गए इस आतंकी हमले का मकसद विकास और प्रगति को नुकसान पहुंचाकर जम्मू-कश्मीर को पिछड़ा बनाए रखना था।
भारत ने अपने अधिकार का उपयोग कियाः विक्रम मिस्री
26/11 के बाद पहलगाम आतंक हमला सबसे बड़ी घटनाः विक्रम मिसरी
विदेश सचिव मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि आप सभी का जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को लश्कर से संबंधित पाकिस्तानी और पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकवादियों ने भारतीय पर्यटकों पर हमला किया। आतंकियों ने 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी। देश में 26/11 के बाद यह आतंक की सबसे बड़ी घटना है।