क्या है क्लासरूम घोटाला?
तीन साल तक दबाकर रखी रिपोर्ट
एसीबी के अनुसार, केंद्रीय सतर्कता आयोग के मुख्य तकनीकी परीक्षक की रिपोर्ट में प्रोजेक्ट में कई गड़बड़ियों को ओर इशारा किया गया था। इस रिपोर्ट को करीब तीन वर्षों तक दबाकर रखा गया। सक्षम प्राधिकारी से धारा 17-ए पीओसी अधिनियम के तहत परमिशन मिलने के बाद केस दर्ज किया गया।
उल्लेखनीय है पहले से आबकारी नीति घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया और मनी लॉन्ड्रिंग केस में सत्येंद्र जैन जांच का सामना कर रहे हैं। इन मामलों में दोनों नेता जेल भी जा चुके हैं, लेकिन फिलहाल दोनों जमानत पर बाहर हैं।
एक और घोटाले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) और पीडब्ल्यूडी मंत्री रहे सत्येंद्र जैन की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। ताजा मामले में दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने बुधवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ क्लासरूम के निर्माण में कथित भ्रष्टाचार को लेकर FIR दर्ज की।