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नई दिल्ली
इतिहास और विरासत की पहचान बन चुकी पुरानी दिल्ली की तंग गलियां आज एक अनदेखे खतरे से जूझ रही हैं। यहां के बाजारों और घरों की दीवारों पर लटके भारी- भरकम एयर कंडीशनर (एसी) यूनिट्स बाजार की सुरक्षा के लिए बड़ा सवाल बन चुके हैं।
दुकानों के बाहर दीवारों पर लगे दो से चार टन वजन वाले एसी यूनिट्स बगैर किसी तकनीकी मानक या सुरक्षा उपायों के संकरे रास्तों में हवा में झूल रहे है। इसके अलावा एसी के नीचे से बीएसइएस की मोटी-मोटी बिजली के तार और इंटरनेट के साथ ही फोन के तारों का गुच्छा गुजर रहा है। वहीं, बाजार में आने वाले लोग हर रोज इस खतरे का सामना कर रहे हैं।
भीड़भाड़ वाली जगहों पर बड़ा खतरा
इस संबंध में स्थानीय निवासी और दुकानदार लाहौरी गेट पुलिस स्टेशन, सिटी एसपी जोन और एमसीडी अधिकारियों को कई बार लिखित शिकायत कर चुके है। इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारी कार्रवाई में लापरवाही बरत रहें है।
वहीं, चांदनी चौक नागरिक मंच के सचिव प्रवीन शंकर कपूर ने बताया कि बाजारों में एसी यूनिट्स की अनियमित स्थापना और आसपास फैले बिजली के जाल से निकली एक चिंगारी पूरे बाजार को तबाह कर सकती है। वहीं, इन समस्याओं के समाधान के लिए स्थानीय चांदनी चौक के विधायक पुनरदीप सिंह साहनी, शाहजहांनाबाद पुनर्विकास बोर्ड के प्रबंधन निदेशक रवि धवन से पक्ष मांगा गया, लेकिन कोई उत्तर नहीं आया।
क्या बोले स्थानीय दुकानदार?
दुकानदारों से बातचीत पुरानी दिल्ली में यह समस्या बहुत गंभीर है। यहां की तंग गलियों में दुकानों के बाहर लगे एसी यूनिट हवा में झूल रहे है। जो बाजार में कभी भी हादसे का कारण बन सकते है। इस पर प्रशासनिक अधिकारियों को तपरंत संज्ञान लेना चाहिए। – राजेश गुप्ता, दुकानदार
दिल्ली के सभी बाजार अनजाने खतरे से जूझ रहे है लेकिन दुकानदारों की भी मजबूरी है। तापमान बढ़ने पर बिना एसी के दुकानों में बैठना बहुत कठिन है। फिर बाजार में कहीं खुली जगह भी नहीं है। जहां एसी लगा सकें। – संतु शर्मा, दुकानदार
दुकानदारों को भी समय समय पर अपने एसी यूनिट्स का मेंटेनेंस करवाना चाहिए। दूसरा सभी दुकानों में आग बुझाने के उपकरण मौजूद होने चाहिए। ताकि एसी और बिजली के तारों में शार्ट सर्किट होने पर उस पर तुरंत काबू पाया जा सकें। – दीनानाथ सोमकर, दुकानदार