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श्योपुर
मध्य प्रदेश में कुनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में घूम रहे चीतों के आए दिन आबादी क्षेत्र में पहुंच जाने से न सिर्फ उनकी सुरक्षा को खतरा है, बल्कि ग्रामीण भी उनसे भयभीत होते हैं। इसी बीच, श्योपुर जिले के विजयपुर तहसील क्षेत्र स्थित डोब गांव से एक वीडियो प्रसारित हो रहा है, जिसमें ग्रामीण सत्या गुर्जर चीतों को पानी पिलाता दिख रहा है।
चार शावकों ने छह बकरियों का शिकार किया
दरअसल, शुक्रवार को मादा चीता ज्वाला चीता और उसके चार शावकों ने ऊमरी कलां गांव में छह बकरियों का शिकार किया। इसके बाद वे डोब गांव में एक पेड़ के नीचे सुस्ताने लगे। ऐसे में, वे पानी के लिए गांव में न घुसें, इसलिए चीतों की ट्रैकिंग टीम ने वहां पर ही उनके लिए पानी की व्यवस्था कराई।
ग्रामीण सत्या गुर्जर चीतों को पानी पिलाया
इसके लिए ग्रामीण सत्या गुर्जर एक डिब्बे में पानी लाया और परात में भरकर चीतों को पानी पिलाया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि सत्या ने जैसे ही चीतों को पानी पीने के लिए बुलाया, वे आराम से आए और पानी पीकर चले गए।
कूनो में बनाया जा रहा चीतल का प्रजनन बाड़ा
कूनो में चीतों के आहार के लिए चीतलों की व्यवस्था उनका प्रजनन बढ़ाकर की जाएगी। इसके लिए बागचा गांव में 50 हेक्टेयर क्षेत्रफल में चीतल का ब्रीडिंग एन्क्लोजर (प्रजनन के लिए बाड़ा) तैयार किया जा रहा है। कूनो प्रबंधन के अनुसार, इसका 70 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरा हो गया है।
दरअसल, कूनो में चीतों की संख्या 26 हो गई है, इसमें से 17 जंगल में विचरण कर रहे हैं। आहार की पर्याप्त उपलब्धता न होने से वे आबादी क्षेत्र में जा पहुंचते हैं। पिछले 15 दिन में ही दो बार ऐसा हुआ है।