हाथरस
एसआईटी ने प्रोफेसर व उनके साथी प्रोफेसरों से सवाल जबाव करने के लिए 30 सवालों की लिस्ट तैयार कर ली है। अब इस लिस्ट के आधार पर प्रोफेसर को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। इस पूछताछ के दौरान कई साक्ष्य संकलन भी किए जाएंगे।
प्रोफेसर रजनीश कुमार से एसआईटी यह जानकारी हासिल करेगी कि किस तरह से वीडियो बनाता था, कहां-कहां सुरक्षित रखता था, तमाम ऐसे सवालों की सूची को तैयार कर लिया गया है। एसपी चिंरजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि एसआईटी टीम ने प्रश्नों को तैयार कर लिया है, जल्द ही आरोपित को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
एसआईटी विभिन्न लोगों से वीडियो बनाने के तरीके, वीडियो को कहां-कहां पर बनाया गया। वीडियो को अपने पास रखने के स्थानों, वीडियो अपलोड किए जाने वाली वेबसाइट, प्रोफेसर के परिवार में किन-किन लोगों को इस बारे में जानकारी थी। आदि सवाल एसआईटी की टीम करेंगी।
प्रोफेसर के मामले में तीन छात्राएंऔर आई सामने
छात्राओं के यौन शोषण के मामले में जेल में निरुद्ध प्रोफेसर की मुश्किलें और बढ़ेंगी। पुलिस ने फोटो और वीडियो के आधार पर छह छात्राओं को चिह्नित कर लिया है। उनको अब बयानों के लिए बुलाने की तैयारी हो रही है। सोमवार को छात्राओं के बयान दर्ज किए जाएंगे। पुलिस ने वीडियो और फोटो के आधार पर छह छात्राओं के नाम पते चिह्नित कर लिए हैं। पुलिस अब उनके परिवार के सदस्यों से संपर्क साधने की तैयारी कर रही है। उन्हें बयानों के लिए मनाया जाएगा। ताकि प्रोफेसर को कड़ी से कड़ी सजा हो सके।
लैपटाप और मोबाइल फोन को भेजा जाएगा एफएसएल
प्रोफेसर रजनीश की वीडियो, लैपटाप और मोबाइल फोन को फारेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा। ताकि यह प्रमाणित हो सके कि इन वीडियो से कोई छेड़छाड़ तो नहीं हुई है। बागला डिग्री कालेज का प्रोफेसर डा. रजनीश लंबे समय से कालेज में पढ़ने वाली छात्राओं का यौन शोषण कर रहा था, लेकिन अब खुलासा होने के बाद वह सलाखों के पीछे है।
रजनीश ने यौन शोषण की वीडियो बनाई थीं। अब पुलिस उन वीडियो को फारेंसिक लैब जांच के लिए भेजेगी। इसके अलावा रजनीश से बरामद लैपटाप और मोबाइल फोन को एफएसएल भेजा जाएगा। पुलिस की चार्जशीट के समय एफएसएल की रिपोर्ट उसे सजा दिलाने में काफी मददगार साबित होगी।
दर्ज हो चुका है एक और मामला
बागला डिग्री कालेज में यौन शोषण के आरोपित प्रोफेसर डॉक्टर रजनीश पर एक और अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। यह मुकदमा एक दारोगा ने दर्ज कराया है। प्रोफेसर के खिलाफ एक और अज्ञात पत्र सामने आया है, जिसमें भी वहीं सब बातें लिखी है, जो पहले शिकायत पत्र में लिखा थी।
इस मामले में महिला आयोग की पहल पर 13 मार्च को हाथरस गेट कोतवाली में अभियोग पंजीकृत किया गया। पुलिस जांच में आरोप सही पाए गए। एक महिला कर्मचारी के शोषण की पुष्टि भी हुई। पुलिस ने एक और अभियोग पंजीकृत किया है। कुछ दिन पहले आरोपित प्रोफेसर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।