सरकार के प्रयासों से लगा ब्रेक
होली के जश्न के दौरान कई जगहों से डीजे पर अश्लील गाने बजाने का मामला सामने आया है। प्रदेश में होली का त्योहार आते ही गांव की गलियों से लेकर चौक-चौराहों, वाहनों आदि सार्वजनिक जगहों पर भोजपुरी दो अर्थी अश्लील कान फाड़ु गानों को झेलना पड़ता है।
पांच दिन में दिखा असर
बिहार पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी किया कि दोहरे अर्थवाले अश्लील भोजपुरी गानों के प्रसारण से समाज पर बुरा असर पड़ रहा है। इससे महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा साथ ही बच्चों की मनोवृत्ति बुरी तरह प्रभावित होती है। महिलाएं लज्जा का अनुभव करती है।
डीजे पर अश्लील गाना बजाने वालों पर होगा एक्शन
इसे अभियान चलाकर पूरी तरह से समाप्त किया जाए। साथ ही ऐसा करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए नियमानुसार त्वरित कार्रवाई हो। यह निर्देशित पत्र पांच दिन पहले सात मार्च को जारी किया गया। सभी थानों में इस पर पहल हुई और होली पर इस बार ऐसे गाने बजते नहीं दिख रहे हैं।
पहले ऐसे मनाई जाती होली
गांव के गली-मोहल्लों में होली की दस्तक देते ही चारों ओर भोजपुरी अश्लील गाने बजने शुरू हो जाते थे। वाहनों, टोटो, ऑटो , बस स्टैंड , चाय की दुकान और मोहल्लों में खूब भोजपुरी अश्लील दो अर्थी गाने बजते थे। होली बगैर भोजपुरी गानों के पूर्ण ही नहीं होती थी।
इस बार सरकार का निर्देश आते ही अचानक स्थिति में बदलाव देखने को मिला है। शहर के चौक-चौराहों पर पुलिस के डर से डीजे पर अश्लील गाने नहीं बजाए गए। इसकी वजह से शांतिपूर्ण तरीके से होली का त्योहार मनाया गया।
महिलाओं को मिला सुरक्षित माहौल
डीजे पर अश्लील गाने नहीं बजने से इस बार प्रदेश की महिलाओं को भी सुरक्षित माहौल में त्योहार मनाने का मौका मिला। वे बिना किसी डर के घर से बाहर निकलकर होली का त्योहार मना पाईं।