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शिक्षा के क्षेत्र में उनका सफर एक दशक से ज्यादा पुराना है। सरकारी स्कूल के बच्चों का उन्नयन ही उनके जीवन का ध्येय है। उनके स्कूल के बच्चे कोर्स और सिलेबस से आगे की पढ़ाई कर रहे हैं। नतीजतन हर साल सरकारी छात्रवृत्ति परीक्षाओं में बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं।
आगरा के पीएमश्री कंपोजिट बल्हैरा, अकोला में कार्यरत शिक्षिका रानी चाहर ने बताया कि वह 2016 से शिक्षण क्षेत्र में हैं। 2021 में उनके स्कूल के छह बच्चे नेशनल मींस कम मेरिट स्कॉलरशिप (एनएमएमएस) में चयनित हुए। इसके बाद 2022-23 में 8-8 और 2024 में 10 बच्चों के चयन हुए। उनकी ख्वाहिश है कि हर मेधावी बच्चे को बेहतर शिक्षा मिले। ग्रामीण क्षेत्र में होने के बावजूद उनके स्कूल के बच्चे पब्लिक स्कूल के बच्चों की तरह अंग्रेजी बोलते हैं।