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संत प्रेमानंद के एक प्रवचन के दौरान एक व्यक्ति ने उनसे अपनी समस्या साझा की और बताया कि ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में वह करोड़ों रुपये के कर्ज में डूब गया है।
मथुरा के वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज की शरण में ऐसा युवक पहुंचा, जो ऑनलाइन गेमिंग का महारथी रहा। पीड़ित ने बताया कि इस गेम ने उसे रातों रात करोड़पति बना दिया। इस गेम की उसे इस कदर लत लग गई, कि अब वो करोड़ों रुपये का कर्जदार बन गया है। संत के सामने इस युवक की अपनी पीड़ी बयां की। संत ने युवक को सलाह दी कि सट्टा और ऑनलाइन गेमिंग से दूर रहें।
युवक ने महाराज जी से भावुक अपील करते हुए कहा कि महाराज, मेरी जिंदगी बर्बाद हो गई है। कृपया ऐसा कुछ करें जिससे मेरी लत छूट जाए। इस पर प्रेमानंद महाराज ने उसे संयम रखने और सट्टा छोड़ने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि हम प्रमाद की स्थिति में रहते हैं। जब तक यह नहीं छोड़ा जाएगा, तब तक मुक्ति नहीं मिलेगी।
महाराज जी ने बताया कि सट्टा और जुए की लत न केवल व्यक्ति को आर्थिक रूप से बर्बाद कर देती है बल्कि मानसिक और सामाजिक रूप से भी कमजोर कर देती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाएं और इस तरह की गलत आदतों से बचें।