महाशिवरात्रि 2025 का व्रत श्रद्धा और आस्था से रखा जाता है, लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए यह उपवास उनके शारीरिक और स्वास्थ्य संबंधी स्थिति के आधार पर सही नहीं हो सकता। आइए जानें कि किन गर्भवती महिलाओं को इस व्रत से बचना चाहिए और क्या सावधानियां रखनी चाहिए।महाशिवरात्रि इस साल 26 फरवरी को है। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था और इस दिन जो भी महादेव की उपासना करता है, उसे दोगुना फल प्राप्त होता है। इस दिन श्रद्धालु व्रत रखते हैं, मंदिर जाकर भगवान शिव को फल-फूल अर्पित करते हैं और शिवलिंग पर दूध व जल अर्पित करते हैं। महाशिवरात्रि के दिन देशभर के सभी शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहता है। इस दिन महिलाएं और कुंवारी कन्याएं उपवास रखती हैं।
महाशिवरात्रि 2025 का व्रत श्रद्धा और आस्था से रखा जाता है, लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए यह उपवास उनके शारीरिक और स्वास्थ्य संबंधी स्थिति के आधार पर सही नहीं हो सकता। आइए जानें कि किन गर्भवती महिलाओं को इस व्रत से बचना चाहिए और क्या सावधानियां रखनी चाहिए।
- पहली तिमाही: इस दौरान बच्चे का विकास हो रहा होता है, और उपवास करने से कमजोरी, चक्कर आना और ब्लड शुगर का लेवल कम होने का खतरा रहता है।
- अंतिम तिमाही: शरीर को अधिक एनर्जी की जरूरत होती है, और लंबे समय तक भूखे रहने से थकान, एसिडिटी और डिहाइड्रेशन हो सकता है।