Friday, June 20, 2025
Home विदेश कौन हैं फ्रेडरिक मर्ज? कंजर्वेटिव नेता जर्मनी के नए चांसलर बनकर रचेंगे...

कौन हैं फ्रेडरिक मर्ज? कंजर्वेटिव नेता जर्मनी के नए चांसलर बनकर रचेंगे इतिहास

2.4kViews
1824 Shares

जर्मनी के चुनाव के बाद नए चांसलर ने नाम को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। बता दें कि, देश में हुए चुनाव के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी सीडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष फ्रेडरिक मर्ज जर्मनी के नए चांसलर बनने की संभावनाएं तेज हो गई है।
जर्मनी में हुए आम चुनावों में क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) के नेता फ्रेडरिक मर्ज ने बड़ी जीत दर्ज की है। उनकी पार्टी के गठबंधन सीडीयू/सीएसयू ने 28.5% वोट हासिल किए, जिससे उन्होंने मौजूदा चांसलर ओलाफ शोल्ज की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसपीडी) को पीछे छोड़ दिया।

कौन हैं फ्रेडरिक मर्ज?
फ्रेडरिक मर्ज का जन्म 11 नवंबर 1955 को जर्मनी के ब्रिलोन शहर में हुआ था। उनका परिवार कानून के क्षेत्र से जुड़ा रहा है। उन्होंने 1976 में कानून की पढ़ाई शुरू की और 1972 में ही सीडीयू पार्टी से जुड़ गए थे। 1981 में उन्होंने शार्लोट मर्ज से शादी की, जो एक जज हैं। फ्रेडरिक मर्ज के कुल तीन बच्चे हैं।

फ्रेडरिक मर्ज का राजनीतिक सफर

  • 1989: यूरोपीय संसद के लिए चुने गए।
  • 1994: जर्मन संसद बुंडेस्टाग के लिए जीत दर्ज की।
  • 2000: सीडीयू पार्टी के संसदीय नेता बने, लेकिन 2002 में यह पद एंजेला मर्केल को सौंपना पड़ा।
  • 2005: सीडीयू और एसपीडी के गठबंधन सरकार बनने के बाद वह राजनीति में हाशिए पर चले गए।
  • 2009: सक्रिय राजनीति छोड़कर कानून और वित्त क्षेत्र में करियर बनाया।

राजनीति में फ्रेडरिक मर्ज की वापसी

  • 2018: एंजेला मर्केल के संन्यास की घोषणा के बाद राजनीति में लौटे, लेकिन सीडीयू अध्यक्ष का चुनाव हार गए।
  • 2020: दोबारा कोशिश की लेकिन पार्टी ने अरमिन लाशेट को चुना।
  • 2021: तीसरी बार चुनाव लड़े और संसद में वापसी की, लेकिन पार्टी चुनाव हार गई।
  • 2022: फ्रेडरिक मर्ज सीडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।

क्या हैं फ्रेडरिक मर्ज की प्राथमिकताएं?
फ्रेडरिक मर्ज का रुख अवैध प्रवासियों पर सख्त माना जाता है। इसके अलावा, वह जर्मनी की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दे रहे हैं। अब उनकी सबसे बड़ी चुनौती गठबंधन सरकार बनाना होगी ताकि वह जर्मनी की सत्ता संभाल सकें। उनकी वापसी के साथ द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार एक अतिवादी दक्षिणपंथी दल देश में सत्ता में काबिज हो रही है।

RELATED ARTICLES

‘मेरे आवास के बाहर चली गोली, खबरदार! कोई इसे जंगलराज कहेगा तो? तेजस्वी ने बिहार सरकार पर लगाए आरोप

पटना एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के पोलो रोड में गुरुवार की सुबह युवक से लूटपाट करने के बाद अपराधी फायरिंग करते भाग निकले। गनीमत...

भागलपुर से चलने वाली इन ट्रेनों को ‘लाल झंडी’, लिस्ट में वंदे भारत और अमृत भारत भी शामिल

भागलपुर भागलपुर होकर पटना-देवघर वंदे भारत, दिल्ली के लिए एक नई सुपरफास्ट ट्रेन, अमृत भारत एक्सप्रेस तथा लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के संचालन...

पूर्वोत्तर रेलवे से भी चलेंगी अमृत भारत ट्रेन, विकास के लिए मिला 19,858 करोड़ का बजट

गोरखपुर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार ने बताया कि बीस जून को पीएम नरेन्द्र मोदी पाटिलपुत्र गोरखपुर वंदे भारत (Gorakhpur Vande Bharat)...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

‘मेरे आवास के बाहर चली गोली, खबरदार! कोई इसे जंगलराज कहेगा तो? तेजस्वी ने बिहार सरकार पर लगाए आरोप

पटना एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के पोलो रोड में गुरुवार की सुबह युवक से लूटपाट करने के बाद अपराधी फायरिंग करते भाग निकले। गनीमत...

भागलपुर से चलने वाली इन ट्रेनों को ‘लाल झंडी’, लिस्ट में वंदे भारत और अमृत भारत भी शामिल

भागलपुर भागलपुर होकर पटना-देवघर वंदे भारत, दिल्ली के लिए एक नई सुपरफास्ट ट्रेन, अमृत भारत एक्सप्रेस तथा लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के संचालन...

पूर्वोत्तर रेलवे से भी चलेंगी अमृत भारत ट्रेन, विकास के लिए मिला 19,858 करोड़ का बजट

गोरखपुर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार ने बताया कि बीस जून को पीएम नरेन्द्र मोदी पाटिलपुत्र गोरखपुर वंदे भारत (Gorakhpur Vande Bharat)...

Power Cut: यूपी के इस शहर में सोए रहे अभियंता, गर्मी में परेशान होती रही जनता; 20 हजार घर अंधेरे में डूबे

गोरखपुर बिजली निगम के अभियंता यदि समय से चेत जाते और अपनी जिम्मेदारी निभाते तो राप्तीनगर क्षेत्र के 20 हजार घर उमस भरी...

Recent Comments