क्या आपके घर में भी छोटे बच्चे हैं? आप उनका सही से ख्याल रखते हैं? ये सवाल इसलिए जरूरी हो जाता है क्योंकि जन्म के कुछ ही दिनों के भीतर बड़ी संख्या में नवजात संक्रमण का शिकार हो जाते हैं, जिसके कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है।
आमतौर पर नवजात में संक्रमण के अधिकतर मामले उनके घर-परिवार के लोगों के कारण ही देखे जाते हैं। इस बारे में गुरुग्राम में बच्चों के एक अस्पातल के निदेशक डॉ हनीश बजाज ने जरूरी जानकारियां साझा की हैं जिसके बारे में जानना आपके लिए बहुत जरूरी है।लापरवाही से हो सकता है बच्चों को संक्रमण
डॉ हनीश ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में नवजात बच्चों में संक्रमण के जोखिमों को लेकर अलर्ट किया है। नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में भर्ती एक बच्चे के बारे में वह बताते हैं., तीन दिन पहले बच्चे की नार्मल डिलीवरी हुई थी, वह ठीक-ठाक घर गया पर कुछ ही दिनों के भीतर उसे भर्ती कराना पड़ा।
कारण- नवजात को देखने के लिए घर पर कई लोग आ रहे थे जो बच्चे को छूते, उसे उठा लेते या कुछ चीजें खिला देते थे। इन वजहों से बच्चा गंभीर रूप से बीमार हो गया।
डॉक्टर कहते हैं, अगर आपके घर में भी छोटे बच्चे हैं तो कुछ बातों का खास ध्यान रखें। माता-पिता और परिवार के सभी लोग स्वच्छता और हाइजीन का ख्याल रखें।
शिशु को छूने से पहले और बाद में हमेशा अपने हाथ धोएं। संक्रमण के जोखिमों को कम करने के लिए घर और शिशु के आसपास का वातावरण स्वच्छ रखें। शिशु के नाखून छोटे रखें ताकि वह खुद को खरोंच न सके। बिना हाथ धोए शिशु को न छूएं और ध्यान रखें कि शिशु के कपड़े ज्यादा गंदे न होने दें।
सबसे खास बात जन्म के पहले 6 महीने तक केवल मां का दूध ही दें। उसे बाहर का कुछ भी न खिलाएं, पानी भी नहीं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, शिशु के देखभाल के लिए कुछ चीजों को जानना बहुत जरूरी है।
- नवजात शिशु की सफाई का ध्यान रखें। हमेशा बच्चे की सफाई का ध्यान रखें, उन्हें तेज धूप से बचाएं।
- बच्चे को छूने से पहले हाथ धोने चाहिए, हाथ धोकर ही बच्चे को छुएं।
- बच्चे को किस न करें। उनके कमजोर इम्यून सिस्टम की वजह से किस करना नहीं करना चाहिए, इससे संक्रमण का खतरा हो सकता है।
- बच्चे को बार-बार टच न करें। बच्चे को केवल आवश्यकता के समय ही टच करें, अनावश्यक रूप से टच करने से बचें।
- बच्चे का कमरा हाइजीनिक रखें। यहां धूल-धुंआ आदि बिल्कुल नहीं होना चाहिए।