पंजाबवासियों के लिए चिंता की खबर सामने आई है। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के एक सर्वे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि पंजाब में 10 से 16 साल की उम्र के करीब हर तीन में से एक स्कूली बच्चा या तो अधिक वजन का है या मोटापे से पीड़ित है। सर्वे में पाया गया कि इस उम्र वर्ग के 31 प्रतिशत स्कूली बच्चे ज्यादा वजन की समस्या से जूझ रहे हैं।
सर्वे में पता चला कि बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) के आधार पर 18.6 प्रतिशत बच्चे अधिक वजन वाले और 12.4 प्रतिशत बच्चे मोटे हैं। कुल मिलाकर 28.64 प्रतिशत बच्चों ने बताया कि वे हफ्ते में तीन बार से ज्यादा नाश्ता नहीं करते। इसके अलावा, अधिक वजन और मोटापे से पीड़ित बच्चों में तले हुए और मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन भी ज्यादा पाया गया।
शोधकर्ताओं ने नतीजा निकाला कि किशोरों में अधिक वजन और मोटापे का लिंग और उम्र के साथ गहरा संबंध है, और इसका प्रचलन भारत की पिछली रिपोर्टों की तुलना में काफी ज्यादा है। उनका कहना है कि मोटापा कई बीमारियों को न्योता देता है और अत्यधिक मोटे बच्चे बचपन में ही कई तरह की बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। इसलिए, माता-पिता को अपने बच्चों की सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए।