केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों, केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय में अब 9वीं से 12वीं कक्षा में शिक्षक बनना आसान नहीं होगा। शिक्षकों को इन कक्षाओं में भी पढ़ाने के लिए केन्द्रीय पात्रता परीक्षा देनी होगी। इसके लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद और सी.बी.एस.ई. की ओर से गाइडलाइन तैयार की जा रही है। इसे जल्द ही जारी किया जाएगा।
नई गाइडलाइन को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत तैयार किया जा रहा है। अब तक सी.टी.ई.टी. की परीक्षा दो स्तरों के लिए लिए ली जाती है। इसमें सी.टी.ई.टी. एक और पांच और सी.टी.ई.टी. 6 और 8 कक्षा शामिल है। अब 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए भी यह परीक्षा होगी। बताया जाता कि एन.सी.टी.ई. सी.टी.ई.टी. को चार स्तरों पर कराने की तैयारी में जुटी है। इसमें बाल बाटिका के लिए भी शिक्षकों की परीक्षा ली जाएगी।
जे.वी.टी. और टी.जी.टी. के पदों के लिए जल्द होगी आवेदन प्रक्रिया शुरू
गौरतलब हैकि चंडीगढ़ शिक्षा विभाग की ओर से जे.बी.टी. के 218 और टी.जी.टी. की 104 पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इसके लिए सी.टी.ई.टी. में उतीर्ण होना अनिवार्य है। सी.टी.ई.टी. राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है। इसका उद्देश्य यह तय करना होता है कि कोई व्यक्ति स्कूल में शिक्षक बनने के योग्य है या नहीं।
बी.एड. और स्नातकोतर होना आवश्यक
अभी 9वीं से 12वीं कक्षा में शिक्षक बनने के लिए बी.एड. और स्नातकोतर की जरूरत होती है। हालाकि कुछ स्कूलों में इसके साथ सी.टी.ई.टी. छठी से 8वीं कक्षा के लिए उत्तीर्ण होना भी वांछनीय योग्यता है। गौरतलब है कि सी.बी.एस.ई. स्कूलों में कुल शिक्षकों में से एक निश्चित प्रतिशत शिक्षकों को सी.टी.ई.टी. क्वालीफाई होना अनिवार्य है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में चार स्तरों पर परीक्षा कराने का निर्देश
सी.टी.ई.टी. सी.बी.एस.ई. के निदेशक जे.के. यादव की ओर से जारी निर्देश के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में चार स्तरों पर परीक्षा कराने का दिशा निर्देश है। इसकी नीति एन.सी.टी.ई. तैयार कर रही है। सी.बी.एस.ई. को उसी दिशा निर्देश के आधार पर परीक्षा आयोजित करानी है। गाइडलाइन मिलने के बाद चार स्तर पर परीक्षा आयोजित होगी। संभवत अगले साल से यह लागू होगी।