खुद को चीन का ‘आयरन ब्रदर’ कहने वाला पाकिस्तान इस बार अपने ही दोस्त के सामने कटघरे में खड़ा हो गया। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर इस समय आधिकारिक दौरे पर चीन में हैं, लेकिन उनकी यह यात्रा अब पाकिस्तान के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गई है। दरअसल, बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख से साफ-साफ कहा कि पाकिस्तान को अपनी जमीन पर काम कर रहे चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी ही होगी। वांग यी ने यह मुद्दा खुलकर इसलिए उठाया क्योंकि बीते कुछ सालों में पाकिस्तान में चीन के नागरिकों को लगातार आतंकियों का निशाना बनाया जा रहा है।
पिछले कुछ सालों में कराची, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा जैसे इलाकों में चीनी नागरिकों और प्रोजेक्ट्स पर बार-बार आतंकी हमले हुए हैं। सिर्फ पिछले साल अक्टूबर में कराची एयरपोर्ट के पास हुए आत्मघाती हमले में ही 5 चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी। इसके अलावा CPEC (चीन-पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर) से जुड़े कई प्रोजेक्ट भी हमलों की चपेट में आ चुके हैं। विदेश मंत्री वांग यी ने आसिम मुनीर से मुलाकात के दौरान साफ कर दिया कि चीन अपने नागरिकों की जान के साथ समझौता नहीं करेगा। उन्होंने पाक आर्मी चीफ को याद दिलाया कि चीनी इंजीनियर, डॉक्टर और कंपनियों के कर्मचारी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान दे रहे हैं, लेकिन बार-बार हमलों से चीन की जनता में गुस्सा बढ़ रहा है।
इस ‘फटकार’ के बाद जनरल आसिम मुनीर ने चीन को भरोसा दिलाया कि पाकिस्तानी सेना और सरकार चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि स्पेशल सिक्योरिटी यूनिट और आर्मी की तैनाती से लेकर आतंकी नेटवर्क के खिलाफ अभियान तक सभी उपाय किए जाएंगे। हालांकि चीन ने साफ संकेत दिया कि सुरक्षा इंतजाम नाकाफी हैं, इसलिए पाक सरकार को जमीनी हकीकत पर ज्यादा फोकस करना होगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह घटना दिखाती है कि पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा हालात कितने कमजोर हैं और उसका ‘आयरन ब्रदर’ टैग अब दांव पर है।