24 जुलाई को भारतीय शेयर बाजार में जोरदार गिरावट देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 542.47 या 0.66% गिरकर 82,184.17 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 157.80 अंक या 0.63% टूटकर 25,062.10 पर आ गया। दिन की शुरुआत तेजी के साथ हुई थी लेकिन विदेशी निवेशकों की बिकवाली और कमजोर कॉरपोरेट नतीजों के चलते बाजार लाल निशान में बंद हुआ।
बाजार गिरावट के पीछे ये 6 कारण रहे:
नेस्ले के कमजोर नतीजे
FMCG दिग्गज नेस्ले इंडिया का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 13.4% गिरकर 646.6 करोड़ रुपए रहा, जो अनुमानों से काफी कम है। इसका असर पूरे FMCG सेक्टर पर पड़ा।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली
बुधवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 4,209 करोड़ रुपये की भारी बिकवाली की। इससे बाजार में दबाव बना, खासकर लार्जकैप शेयरों पर।
हैवीवेट शेयरों में गिरावट
ट्रेंट, टेक महिंद्रा, इंफोसिस जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट के कारण इंडेक्स को सपोर्ट नहीं मिला। इंफोसिस ने सालभर के रेवेन्यू अनुमान को घटाया, जिससे सेंटीमेंट बिगड़ा।
क्रूड ऑयल की कीमत में तेजी
ब्रेंट क्रूड 0.31% बढ़कर 68.72 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया। इससे इनपुट कॉस्ट बढ़ने की आशंका है, जिससे महंगाई और करेंट अकाउंट डेफिसिट पर असर पड़ सकता है।
वैश्विक ट्रेड टेंशन
यूरोपीय यूनियन और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद ने ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ा दी है। इससे निवेशकों का रुख सतर्क बना हुआ है।
आईटी शेयरों में भारी गिरावट
निफ्टी आईटी इंडेक्स में करीब 2% की गिरावट रही। परसिस्टेंट और कोफोर्ज जैसे मिडकैप आईटी स्टॉक्स 9% तक गिरे। इंफोसिस में भी गिरावट दर्ज की गई।