गोरखपुर की मिट्टी ने हाकी व कुश्ती में कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं। इनमें पुरुषों में वर्ष 1952 में अनवार अहमद हाकी टीम में जगह बनाने वाले गोरखपुर के पहले खिलाड़ी थे। उनके बाद एसएम अली सईद, अवध नरेश, मुकेश श्रीवास्तव, स्व.शफीक अहमद, गुलाम सरवर, राम प्रकाश सिंह, मो.आरिफ, मो.जिल्लुर रहमान, प्रदीप शर्मा, जनार्दन गुप्ता, शमशू जुहा, मो. इम्तियाज, सनवर अली और दिवाकर राम आदि खिलाड़ियों ने अलग-अलग दौर में हाॅकी में देश का प्रतिनिधित्व किया।
पूर्वोत्तर रेलवे के तरणताल में अंतरराष्ट्रीय स्तर के तैराक तैयार होंगे। रेलवे ही नहीं, बाहर की प्रतिभाएं भी विशेषज्ञ प्रशिक्षकों से प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगी। गोरखपुर में भी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित हो सकेंगी। 60 वर्ष पूर्व इस तरणताल का निर्माण हुआ था।
रेलवे क्रिकेट मैदान को रणजी, दिलीप और विजय हजारे जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंटों के लिए तैयार है। पूर्वोत्तर रेलवे क्रिकेट संघ और उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) के पदाधिकारियों की देखरेख में इसे तैयार किया गया है। करीब 80 लाख रुपये की लागत से दो मंजिला पवेलियन का निर्माण भी पूरा हो चुका है।
- वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कालेज में अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार एस्ट्रोटर्फ हाकी मैदान
- वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कालेज में वालीबाल इंडोर हाल, जिमनास्टिक हाल व कुश्ती हाल
- कालेज में ही खेलो इंडिया हाल
- रीजनल स्पोर्ट्स स्टेडियम में सिंथेटिक बास्केटबाल कोर्ट, बैंडमिंटन हाल, तरणताल, कुश्ती हाल तथा वालीबाल खेल मैदान
- रीजनल स्टेडियम में जिम्नास्टिक हाल, कुश्ती व बास्केटबाल छात्रावास, कबड्डी हाल
- महंत अवेद्यनाथ महाराज स्पोर्ट्स स्टेडियम जंगल कौड़िया में सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, फुटबाल खेल मैदान तथा कुश्ती व्यायामशालामिनी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में निखर रहीं प्रतिभाएं
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा भाटी विहार, राजेंद्र नगर में निर्मित मिनी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक व कोच खिलाड़ियों को मार्गदर्शन में प्रतिभाएं निखर रहीं हैं। इस कॉम्प्लेक्स की स्थापना का उद्देश्य न केवल खेल प्रतिभाओं को तराशना है, बल्कि बच्चों और युवाओं को एक स्वस्थ, अनुशासित और खेल प्रधान जीवनशैली की ओर प्रेरित करना भी है।
मिनी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का उद्घाटन जनवरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। यह आधुनिक खेल परिसर अब एचपी चिल्ड्रेन एकेडमी द्वारा संचालित किया जा रहा है, जो क्षेत्र के युवाओं को खेलों के क्षेत्र में उत्कृष्ट अवसर प्रदान कर रहा है। संचालक अनन्य प्रताप शाही ने बताया कि वर्तमान में काम्प्लेक्स में खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं में शूटिंग, जिम, लान टेनिस, क्रिकेट, बास्केटबाल, वालीबाल, कैरम, लूडो एवं अन्य इंडोर गेम्स शामिल हैं।
एसी कुश्ती हाल में दांव आजमा रहें पहलवान
कुश्ती से गोरखपुर का पुराना नाता है। यह देश में खेले जाने वाले सबसे पुराने खेलों में से एक है। आज इस खेल में आधा दर्जन से अधिक प्रतिभाशाली पहलवानों ने देश-विदेश में जिले का झंडा बुलंद किया है। वर्तमान समय में सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम स्थित पूर्वांचल के एकमात्र एसी कुश्ती हाल में प्रतिदिन 60-70 खिलाड़ी नियमित अभ्यास कर कुश्ती में अपना करियर निखार रहे हैं। गर्मी बढ़ने के कारण इंडोर गेम्स में कुश्ती इन दिनों नवोदित खिलाड़ियों का पसंदीदा खेल बना हुआ है।
कुश्ती के लिए गोरखपुर में स्तरीय संसाधन उपलब्ध हैं। स्पोर्ट्स कालेज, रीजनल स्टेडियम और रेलवे स्टेडियम में एसी हाल में मैट की सुविधा उपलब्ध है। स्पोर्ट्स कालेज से लेकर कई दर्जन खिलाड़ी नियमित प्रशिक्षण लेते हैं। शहरी क्षेत्र में कृष्णानगर व्यायामशाला और ग्रामीण क्षेत्र में चतुर बंदुआरी गांव में मैट है। जहां सैकड़ों बच्चे कुश्ती का प्रशिक्षण लेते हैं।
अंतरराष्ट्रीय मानक पर होगा रीजनल स्टेडियम का कायाकल्प
शहर के प्रमुख खेल मैदान रीजनल स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार कायाकल्प करने की तैयारी शुरू हो गई है। इस पर 47.63 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
होंगे ये प्रमुख कार्य
- स्टेडियम के पवेलियन में 2000 दर्शक एक साथ बैठकर उठा सकेंगे खेल का आनंद
- 12.32 एकड़ के रीजनल स्टेडियम परिसर में बनेगा एक इंडोर स्पोर्ट्स हाल
- ग्राउंड में बनेंगे बैडमिंटन, टेबल टेनिस, बास्केटबाल, जिम्नास्टिक, फुटबाल, हैंडबाल, नेटबाल और वालीबाल समेत 12 कोर्ट
- वेटलिफ्टिंग और जूडो के लिए बनेगा अलग हाल
- स्टोर, टायलेट, कैफेटेरिया, किचेन, फायर कंट्रोल रूम और सीसी कैमरा रूम का निर्माण
- स्नूकर, बिलियर्ड और बाक्सिंग के लिए हाल के अलावा स्टोर, लाइब्रेरी, कांफ्रेंस रूम का निर्माण
- बहुउद्देश्यीय हाल में का निर्माण भी होगा। जहां, हैंडबाल, बास्केटबाल, टेबल टेनिस व बैडमिंटन की इंडोर प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।
- ग्राउंड में बनेगा 400 मीटर का एक सिंथेटिक ट्रैक
शतरंज में भी पहचान बना रहे युवा खिलाड़ी
- शतरंज भी गोरखपुर में लोकप्रिय खेलों में शुमार हो गया है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गोरखपुर शहर के करीब आधा दर्जन खिलाड़ी शतरंज की अंतरराष्ट्रीय संस्था फिडे द्वारा रेटेड हैं। जो शतरंज में चमक बिखेर रहे हैं।
- गोरखपुर जिला शतरंज संघ के सचिव जितेंद्र सिंह ने बताया कि जिले के विनायक सिंह यादव ने हाल ही में नेपाल में आयोजित बिलों 2000 फिडे रेटिंग प्रतियोगिता का खिताब जीतकर सनसनी फैला दी। इसी कड़ी में सीतापुर डीपीएस फिडे रेटिंग प्रतियोगिता में रक्षित शेखर द्विवेदी ने ओपन वर्ग में तृतीय स्थान प्राप्त किया। जबकि इसी प्रतियोगिता में बिलों 1600 रेटिंग में सोहम मित्तल प्रथम, बिलों 1800 रेटिंग आर्यन ने पांचवा, अंडर-13 आयु वर्ग में आदित्य गुप्ता तृतीय स्थान पर रहे। अंडर-9 आयु वर्ग में आर्यांश ने तीसरा स्थान प्राप्त किया l इसके अलावा रक्षित शेखर द्विवेदी, सोहम मित्तल, सम्यक सिंह और सान्वि सिंह का भी गोरखपुर के खिलाड़ियों का भी किसी भी अंतरराष्ट्रीय फिडे रेटिंग प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन रहा।
- फिटनेस का बेहतर विकल्प बना अत्याधुनिक जिम
- गोरखपुर क्लब में अब दो तल के अत्याधुनिक उपकरणों से युक्त जिम क्लब के सदस्यों के लिए फिटनेस का बेहतर विकल्प बन गया है। पिछले दिनों का इसका उद्घाटन केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने किया था। क्लब के सदस्यों के लिए यह जिम शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा