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आगरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को जीआइसी मैदान में हुए अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी जन्म समारोह में आगरा में अहिल्याबाई के नाम पर कुछ बड़ा किए जाने की घोषणा कर गए। लेकिन, बात को अधूरा छोड़ना तमाम सवाल खड़े कर गया। कयास लग रहे हैं कि यह धनगर समाज के मतदाताओं को लुभाने का महज फंडा भर है या जिले को उनके नाम पर कोई बड़ा प्रोजेक्ट मिलने जा रहा है।
प्रदेश की महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबीरानी मौर्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर शाहजहां गार्डन का नाम बदलकर अहिल्याबाई होल्कर पार्क करने की मांग की थी। त्रिशताब्दी जन्म समारोह के आयोजक केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने रायपुर व रहनकलां में एडीए की प्रस्तावित ग्रेटर योजना, आगरा कॉलेज, जिला अस्पताल, आइएसबीटी, राजकीय इंटर कालेज पचकुइयां, राजकीय बालिका इंटर कालेज पचकुइयां के नाम बदलने का सुझव दिया था।
म्यूजियम का नाम छत्रपति शिवाजी के नाम पर करने के दिए थे निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समारोह में न तो इनमें से किसी स्थान का नाम बदलने की घोषणा की और न कुछ नया बनाने की बात कही। केवल इतना कहा कि, अहिल्याबाई होल्कर की स्मृतियों को संजोने के लिए कुछ बड़ा करेंगे। प्रदेश सरकार की यहां कामकाजी महिलाओं के लिए अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर हास्टल बनाने की योजना पहले से है। आगरा में पाल, बघेल, धनगर समाज की संख्या भरपूर है।
धनगर समाज अपने अनुसूचित जाति के प्रमाण-पत्र नहीं बनाए जाने पर कई बार प्रदर्शन भी कर चुका है। मुख्यमंत्री की कुछ बड़ा करने की घोषणा को लोग अपने-अपने हिसाब से निहितार्थ निकाल रहे हैं। इससे पूर्व सितंबर, 2020 में मुख्यमंत्री ने मुगल म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी म्यूजियम करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद म्यूजियम का नाम बदल दिया गया था।
कोठी मीना बाजार में उप्र और महाराष्ट्र सरकार मिलकर छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मारक बनाएंगी। पिछले वर्ष 26 अगस्त को पुरानी मंडी स्थित वीर दुर्गादास राठौर की प्रतिमा का अनावरण कर मुख्यमंत्री ने बंटेंगे तो कटेंगे का नारा दिया था।
मथुरा में बनवाए थे मंदिर व घाट
वर्ष 1882 में ब्रिटिश अधिकारी एफएस ग्राउस ने ‘मथुरा: ए डिस्ट्रिक्ट मेम्योर’ में वृंदावन में अहिल्याबाई हाेल्कर द्वारा कराए गए कार्यों का जिक्र किया था। इनमें लाल पत्थरों की बावड़ी, कालियादह, चीर घाट, मंदिर व धर्मशालाएं शामिल थीं।