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गोरखपुर
दावत में अपने पूर्व साथी अंकुर शाही को देखकर माफिया आगबबूला हो उठा था। कहासुनी होने के बाद अपने गुर्गों के साथ मिलकर उस पर जानलेवा हमला बोल दिया। गंभीर रूप से घायल अंकुर को बचाने की कोशिश करने वालों को भी सुधीर ने धमकाते हुए पीछे हटा दिया। खजनी पुलिस ने अंकुर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन सुधीर के चाचा शैलेष उर्फ टप्पू ने भी इस मामले में तहरीर दी है।
सूत्रों के मुताबिक, किशन जायसवाल ने बुधवार रात अपने निजी गोदाम पर एक दावत रखी थी। इसमें सुधीर सिंह और अंकुर शाही दोनों को बुलाया गया था। दावत से कुछ घंटे पहले ही सुधीर ने किशन को फोन कर साफ कहा था कि अगर अंकुर को बुलाया तो मैं नहीं आऊंगा।
बावजूद इसके किशन ने दोनों को आमंत्रित किया। जब अंकुर पहले से वहां मौजूद था, तभी सुधीर अपने साथियों के साथ पहुंचा। कहासुनी होने पर उसके ऊपर हमला बोल दिया। बताया जा रहा है कि अंकुर भी सुधीर का करीबी हुआ करता था, लेकिन मनमुटाव होने पर दोनों अलग हो गए।
सुधीर सिंह पर पहले से दर्जनों मुकदमे हैं। वह पिपरौली ब्लाक का पूर्व प्रमुख रह चुका है और 2022 में सहजनवां विधानसभा से बसपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुका है। उसके विरुद्ध गैंग्सटर एक्ट में बड़ी कार्रवाई हो चुकी है, जिसमें 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जिसमें गाड़ियां, मकान और प्लाट शामिल हैं, जिलाधिकारी ने कुर्क कराई थी।
जेल से छूटने के बाद वह क्षेत्र में खुलेआम घूम रहा है, दावतों में शामिल हो रहा है और हमले जैसे संगीन अपराध कर पुलिस को खुलेआम चुनौती दे रहा है।
शैलेष का आरोप अंकुर ने साथियों संग किया हमला
माफिया के चाचा शैलेष सिंह उर्फ टप्पू ने भी खजनी थाने में तहरीर दी, जिसमें अंकुर शाही, सूरज शाही और सात से आठ अज्ञात लोगों पर हमला करने और उन्हें बेहोश कर देने का आरोप लगाया। शैलेष ने दावा किया कि हमला करने के बाद अंकुर शाही अपने साथियों संग फरार हो गया। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में अभी मुकदमा दर्ज नहीं किया है।