2.4kViews
1204
Shares
गोरखपुर
चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू से संक्रमित बाघिन मैलानी की तबियत खराब चल रही है। चिकित्सकों की टीम उसका उपचार कर रही है। इसके अलावा अन्य वन्यजीव स्वस्थ है और भोजन-पानी ले रहे है। दूसरी, भोपाल भेजे गए 35 नमूनों की जांच रिपोर्ट गुरुवार को भी नहीं आई। चिड़ियाघर प्रशासन दो दिन से इंतजार कर रहा है। रिपोर्ट आने के बाद दोबारा नमूना लेकर जांच के लिए भोपाल भेजेगा।
बाघिन शक्ति में बर्ड फ्लू मिलने के बाद 11 मई से चिड़ियाघर बंद चल रहा है। इसी बीच बाघिन मैलानी, तेंदुए के दो शावक और हिमालयन गिद्ध में भी संक्रमण मिला। इसके बाद चिकित्सकों ने एक बार फिर नमूना लेकर जांच के लिए भोपाल भेजा है।
इसके आने के बाद लगातार दो बार और नमूना जांच के लिए भेजा जाएगा। तीनों रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी चिड़ियाघर को खोला जा सकता है। हालांकि, अभी तीन जून तक के लिए चिड़ियाघर को बंद किया गया है। चिड़ियाघर के निदेशक विकास यादव ने बताया कि सभी वन्यजीव स्वस्थ है। उम्र ज्यादा होने के चलते मैलानी थोड़ी अस्वस्थ है। लेकिन, भोजन-पानी ले रही है। पहली रिपोर्ट का इंतजार चल रहा है।
पांच जानवरों की हो चुकी है मौत
चिड़ियाघर में डेढ़ माह के अंदर पांच जानवरों की मौत हो चुकी है। 30 मार्च को पीलीभीत से रेसक्यू कर लाए गए बाघ केसरी की मौत सबसे पहले हुई थी। पांच मई को मादा भेड़िया भैरवी, सात को बाघिन शक्ति, आठ को तेंदुआ मोना की मौत हुई थी।
बर्ड फ्लू से बाघिन शक्ति और काकाटील पक्षी सहित कानपुर भेजे गए शेर पटौदी की मौत हुई है। इसके बाद से ही चिड़ियाघर लगातार बंद है।