जंक्शन गोलंबर छोटा हो गया। अपने स्वरूप में नहीं आ पाया है। इस कारण यातायात व्यवस्था में बाधा बना हुआ है। जंक्शन गोलंबर पर अतिक्रमण लग रहा है। जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह तीन दिनों में जंक्शन गोलंबर को छोटा कर स्वरूप में लाने का निर्देश दिया था। खाली स्थान पर जहां-तहां वाहन लग रहे हैं। दुकानें सज रही हैं।

वन विभाग से मांगी है अनुमति

बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के प्रबंधन निदेशक अजीत कुमार ने कहा कि जंक्शन गोलंबर से तीन पेड़ को हटाना है। वन विभाग से पेड़ों के ट्रांसप्लांट करने की अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलते ही आगे की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। पेड़ हटते ही जंक्शन गोलंबर नए स्वरूप में आ जाएगा।