Thursday, June 26, 2025
Home The Taksal News किसानों की बढ़ेगी आमदनी, इन दो फसलों की खेती पर मिल रहा...

किसानों की बढ़ेगी आमदनी, इन दो फसलों की खेती पर मिल रहा 50 प्रतिशत का अनुदान; तुरंत उठायें लाभ

1616 Shares
लखीसराय
कृषि रोडमैप के तहत किसानों की आमदनी बढ़ाने और मौसम अनुकूल खेती करने के साथ फसल विविधीकरण और मूल्य वर्धित खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
खरीफ मौसम 2025-26 में पहली बार जिले के किसानों को स्वीट कार्न और बेबी कार्न की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने की योजना बनाई गई है। यह खेती किसानों के लिए लाभकारी और आत्मनिर्भर बन सकती है।
मक्का की खेती के तर्ज पर ही इसकी खेती की जाती है। कृषि विभाग ने बेबी कार्न पर 50 फीसदी 750 रुपये प्रति किलोग्राम और स्वीट कार्न पर 50 फीसदी 2250 रुपये प्रति किलोग्राम अनुदान प्रदान किया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार कृषि विभाग द्वारा मक्का, बेबी कार्न और स्वीट कार्न की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को अनुदान दे रही है।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत जिले में मक्का, बेबी कार्न और स्वीट कार्न के लिए अनुदान योजनाएं स्वीकृत की गई है।

जिले में बेबी कार्न के लिए आठ क्विंटल और स्वीट कार्न के लिए दो क्विंटल का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए करीब 1000 किसानों के बीच बीज वितरण करने का लक्ष्य रखा गया है। इसका बीज काफी महंगा होता है।

बाजार में भी इसकी काफी मांग है। बेबी कार्न से सब्जी, सूप, पकौड़ा आदि व्यंजन तैयार किए जाते हैं। बाजार में इसकी कीमत 100 से 200 रुपये किलो है। जबकि स्वीट कार्न की कीमत 20 से 50 रुपये प्रति पीस है।

लाभकारी है स्वीट कार्न और बेबी कार्न की खेती

कृषि विशेषज्ञ के अनुसार जिन इलाकों में मक्का की खेती काफी होती है स्वीट कार्न और बेबी कार्न की खेती आसानी से की जा सकती है।

बेबी कार्न की फसल 50 से 60 दिन में और स्वीट कार्न की फसल 80 से 90 दिन में तैयार हो जाती है। इसके बाद किसान उस खेत में दूसरी फसल भी लगा सकते हैं।

खेत को जोतकर और मेड बनाकर बीज की बोआई करने से फसल अच्छी होती है। पहली सिंचाई बोआई से पहले और फिर 15 दिन के अंतराल पर करनी चाहिए।

बीज बोआई से पहले खेत में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का छिड़काव जरूर करें। बेबी कार्न की खेती से किसानों को दोहरा लाभ भी मिलता है।

क्योंकि, इसके पौधे का इस्तेमाल पशु चारे के लिए भी किया जा सकता है। 10 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान वाले क्षेत्रों में सालों भर इस फसल को उगाया जा सकता है लेकिन अगस्त से नवंबर के बीच की गई बोआई अधिक उपज देती है।

 

RELATED ARTICLES

पहली बार ससुराल पहुंचा युवक, ऐसा क्या हुआ कि 2 घटें में आ गई मौत की खबर

कटनी/सतना: डेढ़ माह पहले सतना जिले के कोटर अंतर्गत बूढ़ा गांव निवासी एक युवक का विवाह कटनी के कुठला थाना क्षेत्र के घंघरीकला में हुआ...

फार्महाउस पर पार्टी के अगले दिन शरीर पर मिले निशान, तो पता चला उसके साथ रेप हुआ है

भोपाल। नाबालिग किशोरी को बुलाकर उसे फार्महाउस पार्टी में कारोबारी को सौपने के मामले में मास्टरमाइंड रिया को लेकर नई परतें खुलती जा रही हैं।...

उज्जैन में बदमाशों ने 10 लाख के बदले ले लिए 15 लाख रुपये, अब प्रॉपर्टी पर कब्जे की दे रहे धमकी

उज्जैन। गुर्जर गैंग के बदमाशों द्वारा एक मोबाइल दुकान संचालक को उसकी दुकान व मकान पर कब्जे की धमकी दी जा रही है। दुकान संचालक...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

पहली बार ससुराल पहुंचा युवक, ऐसा क्या हुआ कि 2 घटें में आ गई मौत की खबर

कटनी/सतना: डेढ़ माह पहले सतना जिले के कोटर अंतर्गत बूढ़ा गांव निवासी एक युवक का विवाह कटनी के कुठला थाना क्षेत्र के घंघरीकला में हुआ...

फार्महाउस पर पार्टी के अगले दिन शरीर पर मिले निशान, तो पता चला उसके साथ रेप हुआ है

भोपाल। नाबालिग किशोरी को बुलाकर उसे फार्महाउस पार्टी में कारोबारी को सौपने के मामले में मास्टरमाइंड रिया को लेकर नई परतें खुलती जा रही हैं।...

उज्जैन में बदमाशों ने 10 लाख के बदले ले लिए 15 लाख रुपये, अब प्रॉपर्टी पर कब्जे की दे रहे धमकी

उज्जैन। गुर्जर गैंग के बदमाशों द्वारा एक मोबाइल दुकान संचालक को उसकी दुकान व मकान पर कब्जे की धमकी दी जा रही है। दुकान संचालक...

पहले शादी का झांसा देकर किशोरी के साथ किया दुष्कर्म, फिर बैल्कमेल कर ऐंठे 50 लाख के जेवर, आरोपी गिरफ्तार

ग्वालियर: किशोरी को प्रेम जाल में फंसाकर एक दरिंदे ने न सिर्फ उसका गलत फायदा उठाया बल्कि उसे फोटो वायरल करने के नाम पर ब्लैकमेल...

Recent Comments