सामने आईं ये गड़बड़ियां
किस नर्स को कितने रुपये दिए गए
चारों नर्स को उपार्जित अवकाश के रूप में आठ लाख 89 हजार 991 रुपये दिया गया है। एक नर्स को 255860.33, दूसरे को 215992.40 रुपये, तीसरे को 215992.40 और चौथे नर्स नर्स को दो लाख दो हजार 146 रुपये उनके बैंक खाते में भेज दिए गए।
अधीक्षक कार्यालय के क्लर्क पर लटकी तलवार
सेवांत लाभ अधिक देने का यह घोटाले एक बार फिर अधीक्षक कार्यालय में ही हुआ है। नर्स प्रतिमा कुमारी-6 को बिना ड्यूटी के तीन साल एक माह का करीब 28 लाख रुपये के वेतन भुगतान करने के मामले में अस्पताल की खूब किरकिरी हुई थी।
दो दिन पूर्व इस मामले में जिलाधिकारी ने भी जांच का आदेश जारी किया है। अब चारों रिटायर नर्स को अधिक उपार्जित अवकाश का लाभ देने का मामला ऑडिट में पकड़ाया है। इसलिए जो बिल बनाने का काम करते हैं इसलिए लिए वह ही जिम्मेदार है।
उठ रहे सवाल- हो सकता है दूसरे विभागों में भी चल रहा हो गबन का खेल
अस्पताल में एक के बाद एक जिस तरह के घपले-घोटाले या गबन के मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि जेएलएनएमसीएच में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। मिलीभगत से इस तरह के गबन का खेल अस्पताल में दूसरे विभाग में भी चल रहा हो। इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। इसलिए एक बार वित्तीय लेन-देन की जांच की जरूरत अब पड़ती दिख रही है।