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नई दिल्ली
दिल्ली में बुधवार को आंधी-वर्षा ने दिल्ली में व्यापक नुकसान पहुंचाया। जगह-जगह गिरे पेड़, बिजली के पोल व यूनिपोल समेत अन्य को हटाने का काम गुरुवार को जारी रहा। बचे यूनिपोल में लगे प्रचार के पोस्टर तार-तार हो गए हैं। इसी तरह, जगह-जगह फहराते तिरंगों को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है।
लुटियंस दिल्ली से लेकर पूरी दिल्ली में आंधी में 100 से अधिक पेड़ जड़ से उखड़ गए है। मध्य दिल्ली के आइटीओ से लेकर लुटियंस दिल्ली के पंत मार्ग, ब्रिगेडियर होशियार सिंह मार्ग समेत अन्य स्थानों पर विशालकाय पेड़ उखड़ गए थे, जिन्हें हटाने का काम एनडीएमसी कर्मियों द्वारा जारी रहा।
इसी तरह, हौजखास, हरी नगर, गोकलपुरी, राजौरी गार्डन, शाहदरा, इस्ट आफ कैलाश, यमुना विहार, पीतमपुरा, सैनिक नगर, झिलमिल कालोनी, मौजपुर, कृष्णा नगर, पहाड़गंज, करोलबाग, सिविल लाइंस, बवाना, तिमारपुर, जीटीबी नगर समेत दिल्ली के अन्य स्थानों से एमसीडी को पेड़ गिरने के कुल 53 शिकायते मिली। पीडब्लूडी कर्मी आरी से पेड़ों को टुकड़े में कर ले जाते रहे। जबकि, एनडीएमसी इलाके में 25 स्थानों पर पेड़ गिरने की शिकायत आई।
इसमें संसद मार्ग, तुगलक रोड, लोधी कालोनी, भगवान दास रोड, तीन मूर्ति, राजाजी मार्ग, खान मार्केट, बंगला साहिब रोड समेत अन्य मार्गाें पर पेड़ों के गिरने के मामले दर्ज किए गए। इसमें से कई पेड़े 50 से 20 वर्ष तक पुराने थे। इसके चलते प्रभावित मार्गों पर यातायात भी प्रभावित रहा।
इसी तरह, कोटला मुबारकपुर में जलभराव भी हुआ। सदर बाजार में सड़कों पर जमा कीचड़ से लोगों को आने जाने में परेशानी हुई। पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी के मुताबिक, दिल्ली भर में पीडब्ल्यूडी द्वारा 115 फीट ऊंचे पोल पर लगाए गए तिरंगे झंडों को भी आंधी से नुकसान पहुंचा है।
करीब 200 झंडों के नुकसान पहुंचने की जानकारी मिली है, जिसे हटाकर नए झंडे लगाने का काम सुबह से ही जारी रहा। अधिकारी ने बताया कि कुल 500 स्थानों पर तिरंगे झंडे लगाए गए हैं। उसमें से 200 झंडों को नुकसान पहुंचा है, जिसे हटाने तथा नए झंडे लगाने के लिए 10 टीमे लगाई गई है।