जल्द शुरू होगी भू-अर्जन की प्रक्रिया
जमीन बौंसी रेलवे पुल से सिकंदरपुर के बीच अधिग्रहण की जानी है। इस हिस्से में घनी आबादी बसने की वजह से भू-अर्जन में चुनौती का भी सामना करना पड़ सकता है। वहीं, कुछ जगहों पर सिंगल सड़क है।
शीतला स्थान चौक से गोराडीह सड़क पर 713 मीटर लंबे बनने वाले फ्लाईओवर के निर्माण पर 125 करोड़ 85 लाख 86 हजार रुपये खर्च होंगे। जबकि इसके अप्रोच के लिए होने वाले भू-अर्जन पर करीब 80 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।
दोनों तरफ होना है अधिग्रहण
फ्लाईओवर के अप्रोच निर्माण के लिए दोनों तरफ जमीन अधिग्रहण होना है। इस फ्लाईओवर का 25 मार्च को टेंडर हो चुका है। 02 मई को निविदा की तकनीकी बिड खुलेगी। इसमें सफल होने वाली एजेंसी का वित्तीय बिड खुलेगा।
चयनित कार्य एजेंसी को ढाई साल (30 माह) में योजना पूरी करने का समय मिलेगा। यह फ्लाईओवर शीतला स्थान के पास अभी बन रहे भोलानाथ फ्लाईओवर में ऊपर से मिल जाएगा। इसके साथ ही बाईपास की ओर, मिरजानहाट और गुड़हट्टा चौक वाली सड़क से जुड़ जाएगा।
इसकी लंबाई भी एक किलोमीटर होगी। फ्लाईओवर की लंबाई 900 मीटर होगी। लेकिन अप्रोच सहित इसकी लंबाई सवा दो किलोमीटर होगी। शीलता स्थान की ओर 550-600 मीटर और गोराडीह की ओर 600-700 मीटर होगी। 713 मीटर लंबाई वाले इस फ्लाईओवर की चौड़ाई भी भोलानाथ फ्लाईओवर की तरह 8.5 मीटर होना है।
बताया गया कि शीतला स्थान चौक (लक्ष्मण विवाह भवन) के पास गोलंबर बनाकर सिकंदरपुर, मिरजानहाट सहित चारो तरफ अप्रोच निकालने की भी योजना है। इससे यह सीधे भागलपुर-हंसडीहा एनएच से जुड़ जाएगा। चारों तरफ कनेक्टिविटी से जाम से लोगों को मुक्ति मिलेगी। यातायात सुलभ होगा।
गोराडीह में अंतरराज्यीय बस स्टैंड बनाने की योजना है। इस फ्लाईओवर के बनने से कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी। बस स्टैंड आने-जाने वालों को सुविधा होगी। बौंसी रेल पुल के पास फ्लाईओवर बनने से फोरलेन सड़क जाने की राह आसान होगी। बौंसी रेल पुल-संख्या-2 के पास भी जलजमाव की समस्या बनी रहती है।
इससे दक्षिणी क्षेत्र के साथ-साथ शहर के बाकी हिस्से के लोग भी भोलानाथ फ्लाईओवर से बौंसी फ्लाईओवर होते हुए सीधे बाईपास और वहां से मुंगेर-मिर्जा चौकी फोरलेन सड़क होकर कहीं भी आ-जा सकेंगे। दक्षिणी क्षेत्र की करीब डेढ़ लाख की आबादी को आवागमन में सहूलियत होगी।