एलआइसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने की ये बात
एलआइसी ने कहा कि मृत्यु प्रमाण पत्र के बदले, आतंकवादी हमले के कारण पालिसीधारक की मृत्यु के सरकारी रिकॉर्ड में मौजूद कोई भी सुबूत या केंद्र या राज्य सरकारों द्वारा भुगतान किया गया कोई मुआवजा मृत्यु के सुबूत के रूप में स्वीकार किया जाएगा।
एलआइसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक सिद्धार्थ मोहंती ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे कि दावेदारों तक पहुंचा जाए तथा प्रभावित परिवारों के दावों का शीघ्रता से निपटान किया जाए।
उन्होंने कहा कि सहायता के लिए दावेदार निकटतम एलआइसी कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। दावेदार 022 68276827 पर कॉल कर सकते हैं।
आतंकी हमले के बाद बलिदानी हैलियांग ने जान जोखिम में डालकर की लोगों की मदद
भारतीय वायुसेना के वीर सैनिक तागे हैलियांग ने पहलगाम में आतंकी हमले के बाद अपनी जान जोखिम में डालकर कई पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर उनकी जान बचाई, लेकिन लोगों को बचाने के प्रयास में आतंकी की गोली लगने से वह बलिदान हो गए।
हैलियांग अपनी पत्नी के साथ पहलगाम में छुट्टियां मनाने के लिए पहुंचे थे
हैलियांग अपनी पत्नी के साथ पहलगाम में छुट्टियां मनाने के लिए पहुंचे थे। हैलियांग का पार्थिव शरीर गुरुवार को असम से सड़क मार्ग से सुबह करीब 7.30 बजे तजांग गांव में उनके घर पहुंचा। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने लोअर सुबनसिरी जिले के ताजंग गांव स्थित हैलियांग के घर गए और पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी।
हैलियांग के पास भागकर जान बचाने का मौका था, लेकिन वह नहीं भागा
खांडू ने कहा कि हैलियांग का नाम अरुणाचल प्रदेश के इतिहास में वीरता के प्रतीक के रूप में हमेशा अंकित रहेगा। हैलियांग के पास भागकर जान बचाने का मौका था, लेकिन उन्होंने लोगों की रक्षा करने का फैसला किया। उनका बलिदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हैलियांग के पैतृक गांव में स्थायी स्मारक का निर्माण करेगी, जिसमें जीरो और हरियाणा के वनवासी कल्याण आश्रम में उनकी प्रारंभिक शिक्षा, डान बास्को, ईटानगर से स्नातक की डिग्री और 2017 से वायुसेना में उनकी समर्पित सेवा को प्रदर्शित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने हैलियांग के परिवार को 50 लाख देने की घोषणा की
मुख्यमंत्री ने हैलियांग के परिवार को 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने के साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की भी घोषणा की। खांडू ने वीर सैनिक की पत्नी, माता-पिता और परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और अपनी संवेदना जताई।