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नई दिल्ली।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद जारी गहमागहमी के बीच गुरुवार को गृह मंत्रालय में शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की एक बैठक हुई।
हालांकि, सर्वदलीय बैठक से पहले आयोजित इस बैठक के एजेंडा को लेकर कोई सूचना आधिकारिक रूप से जारी नहीं की गई, लेकिन माना जा रहा है कि इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा या आंतरिक मामलों से जुड़े गंभीर मुद्दे पर चर्चा की गई।
बैठक में गृह सचिव गोविंद मोहन और रॉ चीफ रहे मौजूद
सूत्रों के अनुसार, बैठक में गृह सचिव गोविंद मोहन, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक तपन डेका और रिसर्च एंड एलालिसिस विंग (रा) के प्रमुख रवि सिन्हा जैसे दिग्गज उपस्थित रहे।
हमले के अगले दिन यानी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुलाई गई सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक के बाद शीर्ष सुरक्षाधिकारियों की इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
एनआइए जांच में जम्मू-कश्मीर पुलिस की मदद कर रही
इन अधिकारियों के बीच बैठक को विशिष्ट आतंरिक सुरक्षा उपायों पर योजना बनाने के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े जरूरी मुद्दों पर पुख्ता तैयारी बताया गया है।
यह भी पता चला है कि हमले की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय मामले की जांच जल्द ही एनआइए को सौंपेगी। इस संबंध में आधिकारिक निर्णय अभी लिया जाना है। इस बीच एनआइए जांच में जम्मू-कश्मीर पुलिस की मदद कर रही है।
राष्ट्रपति से मिले गृह मंत्री और विदेश मंत्री
पहलगाम आतंकी हमले के दो दिन बाद गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। केंद्रीय मंत्रियों की राष्ट्रपति के साथ मुलाकात सर्वदलीय बैठक से पहले हुई।