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नोएडा
यमुना प्राधिकरण प्लॉट योजना निकालने में लगातार पिछड़ रहा है। नई प्लॉट आवंटन दरें तय होने के बावजूद प्राधिकरण अभी तक आवासीय और औद्योगिक प्लॉट योजना नहीं निकाल सका है। यह स्थिति तब है, जब प्राधिकरण के पास योजना के प्लॉट भी उपलब्ध हैं।
औद्योगिक प्लॉट योजना के लिए आवंटन नीति व मूल्यांकन मानक भी तय हो चुके हैं। पिछले वित्त वर्ष यमुना प्राधिकरण के लिए औद्योगिक प्लॉट आवंटन किए बगैर ही बीत गया। औद्योगिक प्लॉट आवंटन नीति व मूल्यांकन मानक का मामला शासन स्तर से हल न होने के कारण प्राधिकरण प्लॉट योजना के लिए इंतजार ही करता रह गया।
आठ सौ से अधिक प्लॉटों का आवंटन
आवासीय श्रेणी में दो प्लॉट योजना के जरिये आठ सौ से अधिक प्लॉटों का आवंटन हुआ। मार्च में हुई यीडा की 83 वीं व 84 वीं बोर्ड बैठक में औद्योगिक आवंटन नीति व मूल्यांकन मानक तय होने के बाद नए वित्त वर्ष की शुरुआत में ही प्लॉट योजना लॉन्च होने की उम्मीद थी।
प्राधिकरण ने दावा किया था कि सेक्टर 24 में बड़े औद्योगिक प्लॉट व सेक्टर 28, 29, 32, 33 में छोटे औद्योगिक प्लॉट की योजना निकालने का दावा किया था, लेकिन अभी तक योजना नहीं निकाली गई है। जबकि औद्योगिक श्रेणी में आवंटन दर में दस प्रतिशत वृद्धि के अलावा आठ हजार वर्गमीटर तक के प्लॉटों का नीलामी से व बड़े प्लॉटों का साक्षात्कार के जरिये आवंटन की नीति तय हो चुकी है।
क्यों अटकी है आवासीय प्लॉट योजना?
वहीं दो अप्रैल को आवासीय योजना लॉन्च करने का प्राधिकरण का दावा भी अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। प्राधिकरण ने दो सौ वर्गमीटर 274 प्लॉट की योजना के लिए तैयारी थी। योजना के लिए उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण में पंजीकरण की प्रक्रिया भी की गई, लेकिन पंजीकरण में देरी के कारण अभी तक आवासीय प्लॉट योजना भी अटकी हुई है।
चालू वित्त वर्ष में प्राधिकरण की राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य को पूरा कराने का सबसे अधिक दारोमदार प्लॉट योजनाओं पर ही है। यीडा सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि औद्योगिक प्लॉट योजना के लिए ब्रोशर तैयार हो रहा है। आवासीय प्लॉट योजना रेरा पंजीकरण पूरा होते ही लॉन्च की जाएगी।