वहीं दो अप्रैल को आवासीय योजना लॉन्च करने का प्राधिकरण का दावा भी अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। प्राधिकरण ने दो सौ वर्गमीटर 274 प्लॉट की योजना के लिए तैयारी थी। योजना के लिए उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण में पंजीकरण की प्रक्रिया भी की गई, लेकिन पंजीकरण में देरी के कारण अभी तक आवासीय प्लॉट योजना भी अटकी हुई है।
चालू वित्त वर्ष में प्राधिकरण की राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य को पूरा कराने का सबसे अधिक दारोमदार प्लॉट योजनाओं पर ही है। यीडा सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि औद्योगिक प्लॉट योजना के लिए ब्रोशर तैयार हो रहा है। आवासीय प्लॉट योजना रेरा पंजीकरण पूरा होते ही लॉन्च की जाएगी।