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गोरखपुर
एयरपोर्ट पर बुधवार को हवाई यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। एक ओर जहां फ्लाइट्स अपने तय समय से काफी देर से पहुंचीं और रवाना हुईं, वहीं एप्रन खाली न होने की वजह से कई विमानों को टैक्सी वे पर ही खड़ा रहना पड़ा। इस दौरान विमान में सवार यात्रियों को आधे से एक घंटे तक अंदर ही इंतजार करना पड़ा। टर्मिनल भवन के भीतर और बाहर भी अव्यवस्था का आलम रहा।
शुक्रवार को बेंगलुरु और दिल्ली से आने वाली उड़ानों को देर से लैंडिंग की अनुमति मिली। अपराह्न 3:33 बजे बेंगलुरु से आने वाली अकासा एयर की फ्लाइट डेढ़ घंटे की देरी से पहुंची, जबकि दिल्ली से 3:15 बजे आने वाली इंडिगो की फ्लाइट 1:15 घंटे की देरी से लैंड हुई। स्पाइस जेट की 3:45 बजे पहुंचने वाली फ्लाइट 30 मिनट देरी से पहुंची।
बेंगलुरु से 4:20 बजे आने वाली इंडिगो फ्लाइट और दिल्ली से आने वाली अकासा एयर की फ्लाइट भी क्रमशः 30 मिनट और 1 घंटे की देरी से गोरखपुर पहुंचीं। केवल आगमन ही नहीं, प्रस्थान करने वाली उड़ानें भी बुरी तरह प्रभावित रहीं। सुबह 10:10 बजे दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट एक घंटे, 2:50 बजे दिल्ली जाने वाली अकासा एयरलाइन की फ्लाइट 1:45 घंटे, 3:50 बजे दिल्ली जाने वाली इंडिगो फ्लाइट डेढ़ घंटे, और 4:55 बजे बेंगलुरु जाने वाली फ्लाइट 1:45 घंटे की देरी से रवाना हुई।
शाम को 5:05 बजे कोलकाता जाने वाली फ्लाइट 30 मिनट, 5:55 बजे मुंबई जाने वाली फ्लाइट 1:30 घंटे और 6:40 बजे मुंबई के लिए उड़ान भरने वाली स्पाइस जेट की फ्लाइट 1:40 मिनट की देरी से रवाना हुई।सबसे आखिरी में बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयरलाइन की फ्लाइट भी एक घंटे देरी से रवाना हुई।
एयरपोर्ट पर सबसे ज्यादा परेशानी उस समय हुई जब एप्रन की जगह फुल हो गई। जिस वजह से कई विमानों को रनवे से टैक्सी वे पर ही खड़ा कर दिया गया। उड़ान भरने या लैंडिंग के बाद भी यात्री विमान के भीतर फंसे रहे।टर्मिनल भवन के भीतर चेक-इन करने वाले यात्री और बाहर अपने स्वजन को रिसीव करने पहुंचे लोग भी फ्लाइट अपडेट के अभाव में भटकते रहे। कई लोगों ने एयरपोर्ट प्रशासन से बेहतर सूचना प्रणाली और जगह बढ़ाने की मांग की।
एयरपोर्ट पर केवल दो ही एप्रेन :
गोरखपुर एयरपोर्ट से हर दिन करीब 12 फ्लाइट्स की आवाजाही होती है, लेकिन केवल दो ही एप्रन है इसमें एक बड़ा और दूसरा छोटा है।उड़ानों की संख्या बढ़ने के बाद अब यहां व्यापक विस्तार की जरूरत महसूस की जा रही है।विमान में बैठे यात्रियों ने कहा कि फ्लाइट्स भले ही तेज हों, लेकिन जब लैंडिंग के बाद भी बाहर निकलने में घंटों लग जा रहा है यह परेशान करने वाला है।इस पूरी अव्यवस्था के बीच एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया।