शाम को 5:05 बजे कोलकाता जाने वाली फ्लाइट 30 मिनट, 5:55 बजे मुंबई जाने वाली फ्लाइट 1:30 घंटे और 6:40 बजे मुंबई के लिए उड़ान भरने वाली स्पाइस जेट की फ्लाइट 1:40 मिनट की देरी से रवाना हुई।सबसे आखिरी में बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयरलाइन की फ्लाइट भी एक घंटे देरी से रवाना हुई।
एयरपोर्ट पर सबसे ज्यादा परेशानी उस समय हुई जब एप्रन की जगह फुल हो गई। जिस वजह से कई विमानों को रनवे से टैक्सी वे पर ही खड़ा कर दिया गया। उड़ान भरने या लैंडिंग के बाद भी यात्री विमान के भीतर फंसे रहे।टर्मिनल भवन के भीतर चेक-इन करने वाले यात्री और बाहर अपने स्वजन को रिसीव करने पहुंचे लोग भी फ्लाइट अपडेट के अभाव में भटकते रहे। कई लोगों ने एयरपोर्ट प्रशासन से बेहतर सूचना प्रणाली और जगह बढ़ाने की मांग की।

एयरपोर्ट पर केवल दो ही एप्रेन :

गोरखपुर एयरपोर्ट से हर दिन करीब 12 फ्लाइट्स की आवाजाही होती है, लेकिन केवल दो ही एप्रन है इसमें एक बड़ा और दूसरा छोटा है।उड़ानों की संख्या बढ़ने के बाद अब यहां व्यापक विस्तार की जरूरत महसूस की जा रही है।विमान में बैठे यात्रियों ने कहा कि फ्लाइट्स भले ही तेज हों, लेकिन जब लैंडिंग के बाद भी बाहर निकलने में घंटों लग जा रहा है यह परेशान करने वाला है।इस पूरी अव्यवस्था के बीच एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया।