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लखनऊ
अधिकांश जिलों में मौसम दो दिन तक शुष्क बना रहेगा, लेकिन 18 और 19 अप्रैल को मौसम फिर करवट ले सकता है। पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। इस दौरान वज्रपात की भी आशंका है।
वहीं, इस वर्ष मानसून के भी उम्मीद से बेहतर रहने की संभावना है, जो खेती-बाड़ी के लिहाज से राहत भरी खबर है।वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डाॅ. अतुल कुमार सिंह के अनुसार, मौजूदा वैश्विक जलवायु स्थितियां मानसून के लिए अनुकूल नजर आ रही हैं।
वर्तमान में प्रशांत महासागर और हिंद महासागर की स्थितियां तटस्थ बनी हुई हैं। इसके अलावा यूरेशिया और उत्तरी गोलार्द्ध में सामान्य से कम बर्फ की परत भी इस बार बेहतर मानसून का संकेत दे रही है।
अनुमान के मुताबिक, इस साल 87 सेंटीमीटर के दीर्घकालिक औसत के मुकाबले करीब 105 प्रतिशत बारिश हो सकती है। प्रारंभिक माडल संकेत देते हैं कि उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है।
सतर्क रहें, दो दिन हल्की बारिश के आसार
प्रयागराज में दो दिन पहले हुई बारिश का असर मंगलवार को भी बना रहा। हालांकि अधिकतम तापमान में एक डिग्री और न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की बढ़ोत्तरी जरूर हुई पर तपिश का प्रभाव कम रहा। मौसम सुहावना बना रहा।
मंगलवार को अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से मात्र 0.2 डिग्री अधिक था। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दो दिन यानी गुरुवार और शुक्रवार को गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
17 अप्रैल को आसमान सामान्यतः मेघाच्छादित रहेगा और हल्की बारिश हो सकती है। वहीं 18 अप्रैल को एक-दो बार बारिश या गरज-चमक वाले छींटे पड़ सकते हैं। इस दौरान तापमान में भी हल्की गिरावट दर्ज की जाएगी। इस अवधि में तापमान भी नियंत्रित रहेगा।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 20 अप्रैल के बाद तापमान में लगातार वृद्धि होने लगेगी और गर्मी धीरे-धीरे तेज़ हो सकती है। फिलहाल शहरवासियों को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिल रही है, लेकिन यह ज्यादा दिन तक टिकने वाली नहीं है।