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मुरादाबाद
हील वाइब अस्पताल में लापरवाही से उपचार के चलते महिला की मौत हो गई। स्वजन ने प्राथमिकी लिखाई। मगर, स्वास्थ्य विभाग मौन है।
हैरानी यह कि कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग को शिकायत का इंतजार है। विभाग अब तक अस्पताल का पंजीयन होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहा है। इधर, परिजन आरोपी डॉक्टर व स्टाफ पर कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं।
यह है पूरा मामला
बिजनौर स्योहारा के गांव मढ़इयो निवासी वीरेंद्र के अनुसार, 25 वर्षीय शिवानी को प्रसव पीड़ा पर 10 अप्रैल की सुबह 8:30 बजे हनुमान मूर्ति तिराहा स्थित हील वाइब अस्पताल में भर्ती कराया था। डॉ. पीयूष कुमार ने रात 8.30 बजे उसका ऑपरेशन किया था। बेटी पैदा हुई थी।
वीरेंद्र के अनुसार, ऑपरेशन के बाद से शिवानी और नवजात की हालत खराब थी। इस वजह से नवजात एसएनसीयू में रखा गया था। महिला का अधिक खून बहने से हालत बिगड़ी। उन्हें भी आईसीयू में भर्ती कर लिया।
आरोप है कि आईसीयू में भर्ती करने के बाद डॉ. पीयूष कुमार और उसके स्टाफ ने उपचार में लापरवाही बरती है। समय से दवाइयां नहीं दीं और खून भी नहीं चढ़ाया। डॉक्टर जन्मदिन मनाने चले गए। इस लापरवाही से शिवानी की हालत बिगड़ती चली गई और 12 अप्रैल तड़के मौत हो गई।
गुस्साए परिजनों ने हंगामा काटा। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर सभी काे शांत कराया। पति वीरेंद्र के शिकायती पत्र पर डॉ. पीयूष कुमार और उनके स्टाफ के विरुद्ध उपचार में लापरवाही बरतने की धारा में प्राथमिकी लिखी।
इंस्पेक्टर संजय कुमार ने बताया कि महिला की मौत के मामले में दो बार पुलिस अस्पताल जा चुकी है। वहां चिकित्सक का कुछ पता नहीं लग सका है।