7 अप्रैल को दोनों पी थी शराब

शुक्रवार देर रात्रि करीब साढ़े 12 बजे अपहरणकर्ता शिवेंद्र यादव उर्फ बालाजी और उसके साथी गौरव कश्यप निवासी मुन्नी का अड्डा सिविल लाइन को केदारेश्वर मंदिर सफारी रोड लुहन्ना से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में शिवेंद्र ने बताया कि अंजलि से 8 महीने से प्रेम प्रसंग चल रहा था। 7 अप्रैल की रात्रि दोनों ने शराब पी रखी थी, इसी दौरान अंजलि ने पैसों की मांग की वह उसे ब्लैकमेल कर रही थी। जिस पर मैंने अंजलि का गला घोंट दिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई थी।

यमुना नदी के पुल पर जाकर फेंका शव

शव छिपाने के उद्देश्य से यमुना नदी के पुल पर जाकर शव को साथी गौरव की मदद से नदी में फेंक दिया था तथा उसकी स्कूटी को घर के पास रात्रि में जलाकर नाले में फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपित शिवेंद्र की निशानदेही पर एसडीआरएफ और पुलिस की मदद से संयुक्त सर्च आपरेशन चलाकर शनिवार दोपहर 12 बजे शव को सुनवारा में यमुना पुल के पास से बरामद किया। वारदात में प्रयुक्त वाहन और गमछा भी बरामद कर लिया गया है।

अंजलि के पति की एक वर्ष पूर्व हुई थी मौत

अंजलि के पति की एक वर्ष पूर्व मौत हो गई थी, उसके दो बच्चे भी हैं मूलरूप से पुराना भरथना रानी नगर निवासी अंजली गौतम पुत्री स्व. प्रवेश कुमार गौतम पांच बहन और दो भाई थे। अंजली और उसकी सभी बहनों की शादी हो गई थी। उसके दो बच्चे 8 वर्षीय बेटा रोहन और 6 वर्षीय बेटी वैष्णवी है। पिछले वर्ष 24 अप्रैल 2024 को पति की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। तब से वह दूसरे नंबर की बहन संध्या के साथ फ्रेंड्स कॉलोनी के मोहल्ला अजीतनगर गली नंबर 10 में किराए पर रह रही थी। सिलाई आदि करके अपने बच्चों एवं परिवार का भरण पोषण कर रही थी।

अंजलि की बहनों का अरोप, 6 लाख रुपये देकर खरीदा था प्लाट

पोस्टमार्टम परिसर पर बड़ी बहन संध्या व किरण ने बताया कि शिवेंद्र से अंजलि ने 3 फरवरी को एक प्लाट खरीदा था। जिसके लिए बहन ने साढ़े चार लाख रुपये नगद एवं डेढ़ लाख रुपये ऋण कराकर निकलवाए थे। प्लाट का बैनामा और रजिस्ट्री भी करा दी थी। लेकिन वह प्लाट के कागज देने में दो महीने से आना कानी कर रहा था। अंजलि ने 6 अप्रैल को घर जाकर माता, पिता और पत्नी से कहा था जिस पर वह लोग लड़ने पर उतारु हो गए थे।

फोन करके घर बुलाया

7 अप्रैल को शिवेन्द्र ने उसी रात्रि पौने 9 बजे बहन को उसके प्लाट के कागजात देने के लिए फोन करके घर पर बुलाया। उसके पास जाने से पहले इसकी जानकारी फोन करके अंजली ने मेरे बेटे हिमांशु को दी और घर वालों को बताने के लिए भी बोला था। बहन घर से स्कूटी लेकर निकली थी। लेकिन उसके बाद वह रात्रि में लौटकर नहीं आई।

बहन के घर न लौटने पर रात्रि में फ्रेंड्स कालोनी थाना पर जाकर फरियाद की लेकिन पुलिस ने नहीं सुनी। दो दिन बाद स्कूटी जली मिली। शुक्रवार को एसएसपी से मिलने पर मुकदमा दर्ज हुआ। उन्होंने कहा कि हत्या में परिवार भी शामिल है।