शराब दुकान पर हुई हाथापाई का बदला लेने के लिए पूर्व प्रधान के पति ने अपने भाई सहित छह लोगों के साथ मिलकर एक युवक की लाठी डंडे व लोहे के सरिये से पीट-पीटकर हत्या कर दी। बचाव में आए युवक के पिता को भी पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर एक हत्यारोपित को हिरासत में लेकर घटना में प्रयुक्त कार को कब्जे में ले लिया है।
गांव वारसाबाद निवासी पूर्व प्रधान के पति राजवीर सिंह की फौन्दापुर में दुकान बनी हुई हैं। जिसमें शराब की बिक्री होती है। शनिवार की दोपहर करीब तीन बजे राजवीर सिंह अपनी दुकानों पर कुछ कार्य करवा रहे थे। तभी वहां पर शराब खरीदने के लिए गांव फौन्दापुर निवासी 28 वर्षीय योगेश पुत्र जहेंद्र अपने दो-तीन मित्रों के साथ पहुंचा। योगेश व शराब दुकान के सेल्समैन से ओवररेट को लेकर झड़प हुई तो राजवीर सिंह भी आ गए। उन्होंने योगेश का विरोध किया तो मामला बढ़ गया।
मारपीट के बाद निपट गया मामला
आरोप है कि योगेश ने अपने साथियों के संग राजवीर सिंह के साथ हाथापाई कर दी। उस समय मामला निपट गया। फिर राजवीर पक्ष के लोग हाथापाई का बदला लेने की फिराक में जुट गए। उन्होंने योगेश की तलाश शुरू कर दी। राजवीर पक्ष के लोगों ने योगेश के छोटे भाई प्रशांत को शहर में रेलवे स्टेशन पर पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के सामने घेरकर पीट दिया। इसके बाद शाम को दोनों पक्ष को बैठाकर समझौता करवाने की बात हुई। गांव फौन्दापुर के निवासी रामचंद्र ने फोन कर योगेश, उसके पिता जहेंद्र व ताऊ नरेश को महाशय जी के यहां पहुंचने की बात कहीं।
तीनों लोग घर जा रहे थे
ये तीनों लोग रात करीब नौ बजे बाइक पर सवार होकर महाशय जी के घर जा रहे थे कि रास्ते में एक कार में सवार कुछ लोग घात लगाए खड़े थे। जैसे ही बाइक निकली तो कार पीछे लग गई। शक होने पर योगेश ने अपनी बाइक महाशय जी की तरफ ना जाकर दरियापुर गांव को जाने वाले रास्ते पर मोड़ दी। पीछा करते हुए कार भी आई गई। जैसे ही बाइक एसआरएस इंटरनेशनल स्कूल से आगे निकली, तभी कार सवारों ने पहले बाइक में टक्कर मारी। इस दौरान बाइक से योगेश के ताऊ गिर गए। मगर, बाइक नहीं गिरी। फिर जैसे ही बाइक भगाई तो कार ने दूसरी टक्कर मारकर बाइक गिरा दी।
हमलावरों ने पीटा
पिता ने बताया, कि हमलावर कार से उतरे और लाठी डंडों के साथ लोहे के सरिये से वार कर योगेश को बुरी तरह घायल कर दिया। बीच बचाव में आए उसके पिता को भी बुरी तरह पीटा। पिता और पुत्र को मरा हुआ समझकर हमलावर फरार हो गए। हमलावरों ने कई राउंड फायरिंग भी की। घटना के बाद आसपास के लोगों की भीड़ जुटी और घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया। यहां से योगेश को अमरोहा में लिए रेफर कर दिया गया। अमरोहा में भी हालत नाजुक देखकर मेरठ भेज दिया लेकिन, मेरठ पहुंचने से पहले ही योगेश ने रास्ते में दम तोड़ दिया।
प्रभारी निरीक्षक सनोज प्रताप सिंह ने बताया कि इस प्रकरण में राजवीर व उसके भाई मनोज चौहान को नामजद करते हुए छह-सात अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एक हत्यारोपित मनोज चौहान हिरासत में है। घटना में प्रयुक्त कार भी कब्जा में है।