तापमान रहा था ये
आज का ये है पूर्वानुमान
मौसम विज्ञानी मो. दानिश ने बताया कि रविवार को बादल छाए रहने के साथ हल्की वर्षा हाे सकती है। अधिकतम तापमान में अधिक उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिलेगा। न्यूनतम तापमान में वृद्धि होगी।
खेतों से उड़ा भूसा, गेहूं की फसल भी हुई प्रभावित
दो दिन आई आंधी से किसान खासे प्रभावित हुए हैं। खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को हल्की वर्षा से नुकसान पहुंचा है। सर्वाधिक नुकसान उन किसानों को हुआ है, जिनका भूखा खेतों में ही पड़ा था। वह आंधी में उड़ गया। अब पशुओं के लिए चारे का भी ऐसे किसानों के सामने संकट भी खड़ा हो गया है। लगभग 85 प्रतिशत गेहूं की फसल कट चुकी है। और 80 प्रतिशत की थ्रेसिंग हो चुकी है। 15 प्रतिशत अभी कटनी है। थ्रेसिंग के बाद किसान गेहूं को तो घर ले आया है, लेकिन अभी भूसा खेतों में ही पड़ा है।
भूसा उड़ गया
कोई किसान भूसा को घर लेकर आएगा, तो कोई खेत पर ही रखने का इंतजाम करेगा। आंधी ने किसानों के अरमनों पर पानी फेर दिया। दो दिन की आंधी में किसानों को भूसा ही उड़ गया। खेरागढ़ के किसान पप्पू ने बताया कि थ्रेसिंग कर गेहूं को घर ले आए। भूसा लेकर आना था। इसी बीच अचानक आई आंधी में 70 प्रतिशत तक भूसा उड़ गया।
आंधी ने पहुंचाया किसानों को नुकसान
अछनेरा के कचौरा के उदयवीर सिंह ने बताया कि इस साल उसने अपने खेतों में आलू की फसल की बोआई की थी। पशुओं के लिए भूसा का कोई इंतजाम नहीं था। उन्होंने बताया कि वेदप्रकाश से पांच हजार रुपये प्रति बीघा भूसा तय कर खरीदा था। घर लाने से पहले ही आंधी में उड़ गया। ये तो उदाहरण मात्र हैं। दो दिन की आंधी में गेहूं की फसल और भूसा का किसानों को काफी नुकसान हुआ है। जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार का कहना है कि आंधी से किसानों को नुकसान पहुंचा है।