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मुरादाबाद
अमेरिका ने दो अप्रैल को पारस्परिक टैरिफ घोषित कर दिया है। जिसके बाद अब टैरिफ को लेकर धीरे-धीरे स्थिति साफ होने लगी है। पांच अप्रैल तक बंदरगाह पर जहाज में लोडिंग उत्पादों पर नया पारस्परिक टैरिफ लागू नहीं होगा। इसकी पुष्टि हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) से जुड़े अधिकारियों ने की। ऐसे में मुरादाबाद के करीब 2.5 हजार करोड़ रुपये के उत्पादों को नए टैरिफ से छूट मिलेगी।
अमेरिका के उत्पादों पर भारत पर 52 प्रतिशत सीमा शुल्क लगाता है। जिसके सापेक्ष अमेरिका ने भारत के उत्पादों पर 36 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। ऐसे में मुरादाबाद के कुल निर्यात का करीब 70 प्रतिशत निर्यात अमेरिका के साथ होता है। जिसके चलते निर्यातक टैरिफ को लेकर चिंतित हैं। ऐसे में अभी तक यह साफ नहीं था कि जो आर्डर अमेरिका के लिए शिपमेंट में हैं। उन पर नया पारस्परिक टैरिफ लगेगा या पुराना टैरिफ।
मगर, अब शिपमेंट में लोडिंग उत्पादों को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। जो उत्पाद पांच अप्रैल तक परिवहन के अंतिम मोड पर हैं, उन्हें नए टैरिफ से दूर रखा जाएगा। उन पर पुराना लागू टैरिफ की मान्य होगा। हालांकि, बाद में भेजे जाने वाले उत्पादों पर नया पारस्परिक टैरिफ 36 प्रतिशत लागू होगा। इससे मुरादाबाद के भी उन निर्यातक को राहत मिलेगी। जिन्हें, दिसंबर और जनवरी में अमेरिका से आर्डर मिले थे। निर्यातकों की मानें तो इस बीच अमेरिका से मिले करीब 2.5 हजार करोड़ रुपये के आर्डर परिवहन के अंतिम मोड हैं। जिन पर राहत मिलने की संभावना है।
आर्डर से डिस्पैच करने का 90 दिन का समय निर्यातकों के अनुसार आर्डर मिलने से लेकर डिस्पैच करने का समय 90 दिन का होता है। इस बीच निर्यातकों को ग्राहक से मिले आर्डर को तैयार कराकर भेजना होता है। इसलिए जिन उत्पादों पर नए टैरिफ से छूट मिलेगी। वह 90 दिन की सीमा में मिले थे। इससे निर्यातकों और ग्राहक दोनों को राहत मिलेगी।
परिवहन के अंतिम मोड पर सजावटी सहित अन्य उत्पाद मिली जानकारी के अनुसार इन दिनों किसी खास उत्पादों के आर्डर नहीं मिलते हैं। सामान्य रूप से सजावटी सामान, टेबल टाप, कटलरी आइटम, फर्नीचर संबंधित उत्पाद भेजे जाते हैं। निर्यातकों का कहना है जो आर्डर परिवहन के अंतिम मोड पर है। उनमें ज्यादातर यहीं उत्पाद भेजे गए हैं।
टैरिफ ने मुरादाबाद के निर्यातकों को काफी प्रभावित किया है। इसका असर दिखाई देने लगा है। अभी अमेरिका की ओर से आर्डर नहीं मिल रहे हैं। सरकार निर्यातकों को छूट देकर निर्यात को बढ़ावा देने में सहयोग करें। नौ अप्रैल के बाद साफ हो जाएगा। किन उत्पादों पर कितना टैरिफ लगेगा। अवधेश कुमार, महासचिव, मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन
वेबीनार में हैंडीक्राफ्ट पर टैरिफ के प्रभाव के बारे में हुई चर्चा ईपीसीएच की ओर से मंगलवार को आयोजित वेबीनार में विशेषज्ञों ने टैरिफ को लेकर अपने विचार रखें। वेबिनार में हस्तशिल्प से जुड़े मुरादाबाद के करीब 200 निर्यातकों ने हिस्सा लिया। जिसमें ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव के फाउंडर अजय श्रीवास्तव, ईपीसीएच कंसलटेंट गौतम जैन ने अमेरिका द्वारा लगाए गए पर्सपेक्टिव का हैंडीक्राफ्ट सेक्टर पर प्रभाव की चर्चा की। जिसमें ईपीसीएच के डायरेक्टर जनरल डा. राकेश कुमार, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर आरके वर्मा, एडिशनल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर राजेश रावत ईपीसीएच अध्यक्ष दिलीप वेद, जनरल सेक्रेटरी बीबीए तानिया भाटिया आदि शामिल रहे।