सुप्रभातम् ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की चुप्पी पर भी सवाल उठाया और कहा कि विपक्ष का यह कर्तव्य था कि वह इस बिल पर बोलते। इसके साथ ही, लेख में विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस, टीएमसी और वामपंथी दलों की भारत गठबंधन के तहत एकजुटता की सराहना की गई। इन दलों ने संसद में इस बिल के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया था।
कांग्रेस के राज्यसभा (Rajya Sabha) सांसद सैयद नसीर हुसैन ने इस बिल को असंवैधानिक और अन्यायपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “यह एक संवैधानिक समस्या है, यह बिल असंवैधानिक और अन्यायपूर्ण है। यह लक्षित विधेयक है। दोनों सदनों में बहस बहुत अच्छी रही, लेकिन सरकार अपने फैसले पर अड़ी रही।” इसके बाद, संसद ने शुक्रवार को मध्यरात्रि के बाद इस बिल को पास किया।वक्फ संशोधन बिल 2025 का उद्देश्य 1995 के वक्फ अधिनियम में सुधार करना है ताकि वक्फ संपत्तियों के प्रशासन और प्रबंधन में सुधार हो सके। इस बिल में पहले से मौजूद अधिनियम की खामियों को दूर करने का प्रयास किया गया है और वक्फ बोर्ड की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया और प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाएगा।