नई दिल्ली
बेंगलुरु के नागवारा इलाके में शुक्रवार को 35 वर्षीय विनय सोमैया ने अपने दफ्तर में आत्महत्या कर ली। अपने सुसाइड नोट में उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर उन्हें झूठे मामले में फंसाने और लगातार प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
पोस्ट सामने आने के बाद, पुलिस ने ग्रुप के एडमिन और पोस्ट साझा करने वाले व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। विनय को आरोपी नंबर 3 बनाया गया, गिरफ्तार किया गया, और बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। हालांकि, विनय का कहना था कि अदालत से राहत मिलने के बावजूद, कांग्रेस नेताओं और पुलिस द्वारा उनका लगातार उत्पीड़न किया जा रहा था।
सुसाइड नोट में कांग्रेस नेताओं पर गंभीर आरोप
विनय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता उनके खिलाफ “राउडी शीटर” खोलने की योजना बना रहे थे। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि उनकी मौत से यह सच्चाई सामने आएगी कि राजनीतिक द्वेष के कारण बेकसूर लोगों को झूठे मामलों में फंसाया जाता है।
परिवार के लिए मदद की अपील
सरकार ने जांच का दिया आश्वासन
घटना के बाद कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मामले की डीसीपी स्तर की जांच कराने का आश्वासन दिया है। पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है और आत्महत्या के पीछे के सभी पहलुओं को खंगाल रही है। यह मामला राजनीतिक हलकों में गरमा गया है और सोशल मीडिया पर भी इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।